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RBI की मौद्रिक समीक्षा बैठक आज से, रेपो दर यथावत रहने की संभावना

RBI की मौद्रिक समीक्षा बैठक आज से, रेपो दर यथावत रहने की संभावना

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली (New Delhi)। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) (Reserve Bank of India (RBI)) की चालू वित्त वर्ष 2024-25 (Current financial year 2024-25) की पहली तीन दिवसीय मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की समीक्षा (Monetary Policy Committee (MPC) review) बैठक तीन अप्रैल, बुधवार को शुरू होगी। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास एमपीसी बैठक की नतीजे की घोषणा पांच अप्रैल को करेंगे। हालांकि, रिजर्व बैंक मौद्रिक नीति की समीक्षा में एक बार फिर नीतिगत दर को यथावत रख सकता हैं। आर्थिक मामलों के जानकारों ने मंगलवार को कहा कि वित्त वर्ष 2024-25 की मौद्रिक नीति समिति की पहली समीक्षा बैठक में आरबीआई एक बार फिर नीतिगत रेपो दर को यथावत रख सकता हैं। रिजर्व बैंक गवर्नर शक्तिकांत दास की अध्यक्षता में होने वाली एमपीसी की तीन दिवसीय समीक्षा बैठक तीन अप्रैल से शुरू होगी। आरबीआई गवर्नर बैठक के नतीजे का ऐलान 5 अप्रैल, 2024 को कर...
RBI की एमपीसी बैठक कल से, रेपो दर में बदलाव के आसार नहीं

RBI की एमपीसी बैठक कल से, रेपो दर में बदलाव के आसार नहीं

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली (New Delhi)। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) (Reserve Bank of India (RBI)) की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) (Monetary Policy Committee (MPC)) की तीन दिवसीय द्विमासिक समीक्षा बैठक छह फरवरी से शुरू होगी। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास (RBI Governor Shaktikanta Das) बैठक के नतीजे की घोषणा आठ फरवरी करेंगे। अंतरिम बजट 2024 के ठीक बाद होने वाली इस बैठक में भी रेपो दर को यथास्थिति (repo rate as per status quo) जारी रखने की संभावना है। आर्थिक मामलों के विशेषज्ञों ने रविवार को बताया कि रिजर्व बैंक गवर्नर शक्तिकांत दास की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में रेपो दर को इस बार भी यथास्थिति पर रखने की संभावना अधिक है। दरअसल, खुदरा मुद्रास्फीति अब भी संतोषजनक दायरे के ऊपरी स्तर के करीब है, इसलिए विशेषज्ञों का मानना है कि केंद्रीय बैंक इस बार नीतिगत दरों में कोई बदलाव शायद ही करे। इससे पहले खुदरा ...
आरबीआई की एमपीसी बैठक 4 अक्टूबर से, रेपो रेट यथावत रहने की संभावना

आरबीआई की एमपीसी बैठक 4 अक्टूबर से, रेपो रेट यथावत रहने की संभावना

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली (New Delhi)। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की तीन दिवसीय समीक्षा बैठक चार अक्टूबर से शुरू होगी। इस बैठक के नतीजों का ऐलान छह अक्टूबर को किया जाएगा। विशेषज्ञों को इस बार भी रेपो रेट 6.5 फीसदी पर यथावत रखे जाने की संभावना है। रिजर्व बैंक गवर्नर शक्तिकांत दास की अध्यक्षता में होने वाली छह सदस्यीय एमपीसी की तीन दिवसीय बैठक चार अक्टूबर से शुरू होकर छह अक्टूबर तक चलेगी। इस बैठक के नतीजों की घोषणा छह अक्टूबर को होगी। जानकारों का मानना है कि रिजर्व बैंक इस हफ्ते होने वाली एमपीसी बैठक में भी प्रमुख नीतिगत दर यानी रेपो रेट को 6.5 फीसदी पर यथावत रख सकता है। अगर ऐसा होता है तो खुदरा और कॉरपोरेट कर्जदारों के लिए ब्याज दरें स्थिर रह सकती हैं। रिजर्व बैंक ने रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान महंगाई पर काबू पाने के लिए मई, 2002 से लेकर फरवरी, 2023 के बीच रेपो रेट में 2...
RBI की एमपीसी बैठक आज से, रेपो रेट स्थिर रखने की उम्मीद

RBI की एमपीसी बैठक आज से, रेपो रेट स्थिर रखने की उम्मीद

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली (New Delhi)। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) (Reserve Bank of India - RBI) की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) (Monetary Policy Committee - MPC) की दो दिवसीय बैठक (Two-day meeting) मंगलवार, 8 अगस्त से शुरू होगी। आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास (RBI Governor Shaktikanta Das) की अध्यक्षता में होने वाली वाली छह सदस्यीय एमपीसी बैठक की नीतिगत फैसलों का ऐलान 10 अगस्त को आरबीआई गवर्नर करेंगे। रिजर्व बैंक इस बार भी नीतिगत ब्याज दरों को अपरिवर्तित रख सकता है। बैंकिंग क्षेत्र के जानकारों एवं अर्थशास्त्रियों का मानना है कि आरबीआई 08 अगस्त से होने वाली द्वैमासिक मौद्रिक समीक्षा में नीतिगत ब्याज दर में कोई बदलाव नहीं करेगा। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) के चेयरमैन दिनेश खारा ने भी पिछले महीने एक कार्यक्रम में इसके संकेत दिए थे। आरबीआई पिछले आठ जून की मौद्रिक समीक्षा बैठक में भी लगातार दूसरी बार न...
आरबीआई की एमपीसी बैठक शुरू, 8 जून को आएगा रेपो रेट पर फैसला

आरबीआई की एमपीसी बैठक शुरू, 8 जून को आएगा रेपो रेट पर फैसला

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली (New Delhi)। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) (Reserve Bank of India -RBI) की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) (Monetary Policy Committee - MPC) की द्विमासिक तीन दिवसीय समीक्षा बैठक (Bi-monthly three-day review meeting) यहां मंगलवार को शुरू हो गई है। वित्त वर्ष 2023-24 की दूसरी द्विमासिक एमपीसी बैठक 6 से 8 जून तक चलेगी। इस बैठक के फैसलों का ऐलान 8 जून को किया जाएगा। आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति की यह बैठक प्रत्येक दो महीने के अंतराल पर होती है। आरबीआई के गर्वनर शक्तिकांत दास की अध्यक्षता में हो रही इस बैठक में नीतिगत ब्याज दरों में बदलाव पर चर्चा की जाएगी। रिजर्व बैंक ने अप्रैल महीने में हुई पिछली बैठक में रेपो रेट में बदलाव नहीं किया था। आरबीआई गवर्नर ने उस समय कहा था कि ये फैसला इस मीटिंग के लिए लिया गया है लेकिन जरूरत पड़ने पर इसे फिर से बढ़ाया भी जा सकता है। हालांकि, जानकारों ...
आरबीआई ने रेपो रेट को 6.5 फीसदी पर रखा बरकरार: शक्तिकांत दास

आरबीआई ने रेपो रेट को 6.5 फीसदी पर रखा बरकरार: शक्तिकांत दास

देश, बिज़नेस
-वित्त वर्ष 2023-24 के आर्थिक वृद्धि दर 6.5 फीसदी रहने का जताया अनुमान नई दिल्ली/मुंबई। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने ब्याज दर में कोई बदलाव नहीं किया है। आरबीआई ने लगातार छह बार रेपो रेट बढ़ाने के बाद सातवीं बार लोगों को बड़ी राहत दी है। आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने समीक्षा बैठक में रेपो रेट को 6.50 फीसदी पर बरकरार रखा है। रिजर्व बैंक गर्वनर शक्तिकांत दास ने बैठक के बाद गुरुवार को एक प्रेस कांफेंस में कहा कि आरबीआई ने अर्थव्यवस्था में जारी पुनरुद्धार को और गति देने के लिए नीतिगत दर में और बढ़ोतरी नही की गई है। उन्होंने बताया कि रेपो रेट को 6.5 फीसदी पर बरकरार रखा है। आरबीआई गर्वनर ने कहा कि चालू वित्त वर्ष 2023-24 के लिए आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को 6.4 फीसदी से बढ़ाकर 6.5 फीसदी कर दिया गया है। वहीं, महंगाई दर 5.2 फीसदी अनुमानित है। मौद्रिक नीति समिति की सोमवार क...
RBI की एमपीसी बैठक आज से, रेपो दर में 0.25 फीसदी इजाफा संभव

RBI की एमपीसी बैठक आज से, रेपो दर में 0.25 फीसदी इजाफा संभव

देश, बिज़नेस
- रिजर्व बैंक की द्विमासिक मौद्रिक समिति की समीक्षा बैठक 3 से 6 अप्रैल तक मुंबई (Mumbai)। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) (Reserve Bank of India (RBI)) की द्विमासिक मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) (Bi-Monthly Monetary Policy Committee (MPC)) की समीक्षा बैठक (review meeting) 3 अप्रैल, सोमवार से शुरू होगी। रिजर्व बैंक के गर्वनर शक्तिकांत दास की अध्यक्षता में होने वाली तीन दिवसीय एमपीसी बैठक 6 अप्रैल को नीतिगत ब्याज दर संबंधी फैसले के साथ खत्म होगी। आरबीआई एक बार फिर रेपो दर में 0.25 फीसदी की बढ़ोतरी कर सकता है। आर्थिक मामलों के विशेषज्ञों का कहना है कि आरबीआई की वित्त वर्ष 2023-24 की पहली एमपीसी बैठक में रेपो दर में 0.25 फीसदी की एक और बढ़ोतरी कर सकता है। जानकारों का मानना है कि खुदरा महंगाई दर के 6 फीसदी के संतोषजनक स्तर से ऊपर बने रहने और अमेरिकी फेडरल रिजर्व समेत अन्य कई केंद्रीय बैंकों के...
RBI की एमपीसी बैठक तीन अप्रैल से, रेपो दर में 0.25 फीसदी इजाफा संभव

RBI की एमपीसी बैठक तीन अप्रैल से, रेपो दर में 0.25 फीसदी इजाफा संभव

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली (New Delhi)। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) (Reserve Bank of India -RBI) की द्विमासिक मौद्रिक नीति समिति (bi-monthly monetary policy committee) (एमपीसी) की समीक्षा बैठक तीन अप्रैल से शुरू होगी। रिजर्व बैंक की तीन दिनों तक चलने वाली ये बैठक छह अप्रैल को नीतिगत ब्याज दर संबंधी फैसले (policy interest rate decisions) के साथ खत्म होगी। आरबीआई एक बार फिर रेपो दर में 0.25 फीसदी की बढ़ोतरी (0.25 percent increase in repo rate) कर सकता है। आर्थिक मामलों के जानकारों का कहना है कि आरबीआई की अगली एमपीसी बैठक में रेपो दर में 0.25 फीसदी की एक और वृद्धिकर सकता है। जानकारों का मानना है कि खुदरा महंगाई दर के छह फीसदी के संतोषजनक स्तर से ऊपर बने रहने और अमेरिकी फेडरल रिजर्व समेत कई केंद्रीय बैंकों के आक्रामक रुख के बीच रिजर्व बैंक एमपीसी की समीक्षा बैठक यह फैसला कर सकता है। दरअसल यह वित्त वर्ष 2...
रेपो दर में वृद्धि मुद्रा स्फीति को नियंत्रित कर रुपए को करेगी मजबूत

रेपो दर में वृद्धि मुद्रा स्फीति को नियंत्रित कर रुपए को करेगी मजबूत

अवर्गीकृत
- प्रह्लाद सबनानी दिनांक 08 फरवरी 2023 को भारतीय रिजर्व बैंक ने एक बार पुनः रेपो दर में 25 आधार बिंदुओं की वृद्धि करते हुए इसे 6.5 प्रतिशत के स्तर पर पहुंचा दिया है। मई 2022 के बाद से भारतीय रिजर्व बैंक ने छठी बार रेपो दर में यह वृद्धि की है एवं अब कुल मिलाकर 250 आधार बिंदुओं की वृद्धि रेपो दर में की जा चुकी है। हालांकि, भारत के कई अर्थशास्त्रियों द्वारा इसका अनुमान पूर्व से ही लगाया जा रहा था क्योंकि एक तो मुद्रा स्फीति को नियंत्रण में बनाए रखना बहुत आवश्यक है और दूसरे वैश्विक स्तर पर अभी भी, विशेष रूप से विकसित देशों में, मुद्रा स्फीति की दर लगातार उच्च स्तर पर बनी हुई है एवं ये देश इसे नियंत्रित करने के उद्देश्य से ब्याज दरों में लगातार वृद्धि करते जा रहे हैं। अमेरिका, ब्रिटेन, फ़्रान्स, जर्मनी आदि देशों ने अभी हाल ही में ब्याज दरों में 25 आधार बिंदुओं से लेकर 50 आधार बिंदुओं तक की वृद...