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भोपाल के राजाभोज एयरपोर्ट को बम से उड़ाने की धमकी, प्रबंधन को मिला ईमेल

भोपाल के राजाभोज एयरपोर्ट को बम से उड़ाने की धमकी, प्रबंधन को मिला ईमेल

देश, मध्य प्रदेश
भोपाल (Bhopal)। भोपाल के राजाभोज एयरपोर्ट (Bhopal's Rajabhoj airport) को बम से उड़ाने की धमकी (Threat to bomb ) मिली है। ये धमकी ईमेल से दी गई है। जिसमें भोपाल एयरपोर्ट (Bhopal's airport) के साथ ही देश के कई दूसरे एयरपोर्ट्स (Many other airports of the country) का भी जिक्र है। धमकी भरा ईमेल मिलने के बाद एयरपोर्ट अथॉरिटी की सूचना पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। दरअसल, सोमवार को राजाभोज एयरपोर्ट को बम से उड़ाने की धमकी भरा एक ईमेल प्रबंधन को मिला। यह संदेश मिलते ही एयरपोर्ट प्रबंधन हरकत में आया और सुरक्षा बल को अलर्ट कर दिया। बाद में इस ईमेल की सूचना स्थानीय गांधीनगर थाना पुलिस को दी गई। पुलिस ने तत्काल आला अधिकारियों को पूरे घटनाक्रम से अवगत कराया और बम व डाग स्क्वाड भेजकर छानबीन की। इस मामले में पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ धमकी की धारा 507 और वायुयान सुरक्षा अधिनियम की धारा...
पंचायत चुनाव प्रबंधन, ‘दीदी! जरा सीखें योगी से’

पंचायत चुनाव प्रबंधन, ‘दीदी! जरा सीखें योगी से’

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- आर.के. सिन्हा उत्तर प्रदेश में मई महीने में पंचायत चुनाव हुए और पश्चिम बंगाल में इसी जुलाई में। दोनों ही देश के आबादी और क्षेत्रफल के लिहाज से खास राज्य हैं। पर पंचायत चुनाव के दौरान जहां यूपी में पूर्ण शांति रही, वहीं पश्चिम बंगाल ने हिंसा, आगजनी और निर्मम हत्याएं होती देखीं। राजनीतिक एकाधिकार के लिए पश्चिम बंगाल में राजनीतिक हिंसा की संस्कृति अन्य भारतीय राज्यों की तुलना में कहीं अधिक विद्रूप रूप धारण कर गई है। देखा जा रहा है कि राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक झड़पों की संस्कृति, खासतौर से ग्रामीण क्षेत्रों में हाल के कुछ वर्षों में यहां कुछ ज्यादा ही फली-फूली है। पश्चिम बंगाल में हाल ही में हुए पंचायत चुनाव के दौरान खूब खूनखराबा हुआ जिसमें तीन दर्जन से अधिक राजनीतिक हत्याएं हुई हैं। यह इस बात की पुष्टि करता है कि दीदी यानी ममता बनर्जी की सरकार सत्ता की हनक को बरकरार रखने ...

मप्र को “बाघ प्रदेश” बनने में राष्ट्रीय उद्यानों के प्रबंधन की मुख्य भूमिका

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- ऋषभ जैन सभी वन्य जीवों में बाघ को विशाल हृदय वाला संभ्रांत प्राणी माना जाता है। यह गर्व की बात है कि देश में सबसे ज्यादा बाघ मध्यप्रदेश में है और मध्यप्रदेश को बाघ प्रदेश का दर्जा मिला है। अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस 29 जुलाई मध्यप्रदेश के लिये विशेष महत्व का दिन है। यह दिवस अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बाघों की जातियों की घटती संख्या, उनके अस्तित्व और संरक्षण संबंधी चुनौतियों के प्रति जन-जागृति के लिए मनाया जाता है। प्रत्येक वर्ष विश्व बाघ दिवस 29 जुलाई को मनाए जाने का निर्णय वर्ष 2010 में सेंट पीटर्सबर्ग बाघ सम्मेलन में किया गया था। इस सम्मेलन में बाघ की आबादी वाले 13 देशों ने वादा किया था कि वर्ष 2022 तक वे बाघों की आबादी दोगुनी कर देंगे। इस लक्ष्य को प्राप्त करने में मध्यप्रदेश में बाघों के प्रबंधन में निरंतरता और उत्तरोत्तर हुए सुधार बहुत महत्वपूर्ण हैं। बाघों की संख्या में 33 प्रतिशत की वृ...