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अगस्त में खुदरा महंगाई दर घटकर 6.83 फीसदी पर आई

अगस्त में खुदरा महंगाई दर घटकर 6.83 फीसदी पर आई

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली (New Delhi)। महंगाई के मोर्चे (inflation front) पर आम आदमी (common man some relief) को थोड़ी राहत मिली है। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) पर आधारित खुदरा महंगाई दर (retail inflation rate) अगस्त (August) में घटकर 6.83 फीसदी (Decreased to 6.83 percent) पर आ गई है। हालांकि, पिछले महीने जुलाई में खुदरा महंगाई दर बढ़कर 15 महीने के उच्चतम स्तर 7.44 फीसदी पर पहुंच गई थी। सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय ने मंगलवार को जारी आंकड़ों में बताया कि सीपीआई आधारित खुदरा महंगाई दर अगस्त में घटकर 6.83 फीसदी रही है। इससे पिछले महीने जुलाई में यह 15 महीने के उच्चतम स्तर 7.44 फीसदी थी जबकि जून 2023 में खुदरा महंगाई दर 4.81 फीसदी रही थी। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के मुताबिक देश में खाने-पीने की चीजों की कीमतों में थोड़ी नरमी और टमाटर के भाव सामान्य होने की वजह से खुदरा मह...
थोक महंगाई दर जून महीने में घटकर -4.12 फीसदी पर आई

थोक महंगाई दर जून महीने में घटकर -4.12 फीसदी पर आई

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली (New Delhi)। थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) पर आधारित महंगाई दर (Inflation based on Wholesale Price Index (WPI)) में गिरावट दर्ज हुई है। जून (June) महीने में थोक महंगाई दर (wholesale inflation rate) घटकर -4.12 फीसदी (Decreased to -4.12 percent) पर आ गई है। इससे पिछले महीने मई में यह -3.48 फीसदी रही थी। इसके साथ ही थोक महंगाई दर तीन साल के निचले स्तर पर पहुंच गई है। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने शुक्रवार को जारी आंकड़ों में बताया कि खाद्य, ईंधन एवं विनिर्मित उत्पादों की कीमतें कम होने से जून में डब्ल्यूपीआई आधारित थोक महंगाई दर घटकर -4.12 फीसदी पर आ गई है। इससे पिछले महीने मई में थोक महंगाई दर -3.48 रही थी। पिछले साल जून में थोक महंगाई 16.23 फीसदी थी। इससे पहले मई, 2020 में थोक महंगाई दर-3.37 फीसदी पर थी। आंकड़ों के मुताबिक जून में खाद्य उत्पादों की महंगाई दर घटकर शून्य से...
थोक महंगाई दर 34 माह के निचले स्तर पर, अप्रैल में घटकर -0.92 फीसदी पर आई

थोक महंगाई दर 34 माह के निचले स्तर पर, अप्रैल में घटकर -0.92 फीसदी पर आई

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली (New Delhi)। खुदरा के बाद थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) (Wholesale Price Index (WPI)) पर आधारित महंगाई दर (fall in inflation) में भी गिरावट आई है। अप्रैल में थोक महंगाई दर घटकर 34 माह (Wholesale inflation fell to a 34-month low) के निचले स्तर -0.92 फीसदी (-0.92 percent) पर आ गई है। इससे पहले मार्च में यह 1.34 फीसदी थी, जबकि पिछले साल अप्रैल महीने में यह 15.38 फीसदी फीसदी रही थी। ये लगातार 11वां महीना है, जब थोक महंगाई दर में गिरावट आई है। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने सोमवार को जारी आंकड़ों में बताया कि थोक महंगाई दर अप्रैल महीने में घटकर 34 महीने के निचले स्तर -0.92 फीसदी पर आ गई है। डब्ल्यूपीआई पर आधारित महंगाई दर में लगातार 11वें महीने गिरावट दर्ज हुई है, जो घटकर शून्य से नीचे चली गई है। थोक महंगाई दर मार्च में 1.34 फीसदी थी, जबकि फरवरी में 3.85 फीसदी रही थी। इससे पहले ज...
थोक महंगाई दर फरवरी महीने में घटकर 3.85 फीसदी पर आई

थोक महंगाई दर फरवरी महीने में घटकर 3.85 फीसदी पर आई

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली। खुदरा महंगाई के बाद थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) पर आधारित महंगाई दर में भी बड़ी गिरावट आई है। फरवरी में थोक महंगाई दर में घटकर 25 महीने के निचले स्तर 3.85 फीसदी पर आ गई है। जनवरी में यह 4.73 फीसदी रही थी, जबकि दिसंबर, 2022 में थोक महंगाई दर 4.95 फीसदी रही थी। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने मंगलवार को जारी आंकड़ों में बताया कि फरवरी में थोक महंगाई दर घटकर 3.85 फीसदी रही है। आंकड़ों के मुताबिक खाद्य पदार्थ का थोक मूल्य सूचकांक फरवरी में घटकर 2.76 फीसदी रही है, जबकि जनवरी में 2.95 फीसदी रही थी। खाद्य पदार्थ की महंगाई दर 3.81 फीसदी रही है, जो जनवरी महीने में 2.38 फीसदी रही थी। आंकड़ों के मुताबिक धान की महंगाई दर बढ़कर 8.60 फीसदी के स्तर पर पहुंच गई है, जबकि जनवरी में 7.18 फीसदी रही थी। गेहूं की महंगाई घटकर फरवरी में 18.54 फीसदी रही है, जो जनवरी में 23.63 फीसदी रही थी। दालों की...
देश की आर्थिक वृद्धि दर तीसरी तिमाही में घटकर 4.4 फीसदी पर आई

देश की आर्थिक वृद्धि दर तीसरी तिमाही में घटकर 4.4 फीसदी पर आई

देश, बिज़नेस
-वित्त वर्ष 2022-23 में 7 फीसदी की दर से बढ़ेगी देश की अर्थव्यवस्था -वित्त वर्ष 2021-22 के लिए विकास दर को संशोधित 9.1 फीसदी किया नई दिल्ली (New Delhi)। देश की अर्थव्यवस्था (country's economy) वित्त वर्ष 2022-23 की तीसरी तिमाही (Third quarter of the financial year 2022-23) (अक्टूबर-दिसंबर) के दौरान 4.4 फीसदी की दर से बढ़ी (grew at the rate of 4.4 percent) है। इससे पिछले वित्त वर्ष 2021-22 की समान तिमाही में देश की इकॉनमी 11.2 प्रतिशत की दर से बढ़ी थी। राष्ट्रीय सांख्यिकीय कार्यालय (एनएसओ) ने मंगलवार को जारी आंकड़ों में यह जानकारी दी है। एनएसओ की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक वित्त वर्ष 2022-23 की तीसरी तिमाही में जीडीपी वृद्धि दर घटकर 4.4 फीसदी रही है। आंकड़ों के मुताबिक मुख्य रूप से विनिर्माण क्षेत्र के खराब प्रदर्शन की वजह से जीडीपी में गिरावट आई है। दूसरी तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद ...
थोक महंगाई दर में लगातार 8वें महीने गिरावट, जनवरी में 4.73 फीसदी पर आई

थोक महंगाई दर में लगातार 8वें महीने गिरावट, जनवरी में 4.73 फीसदी पर आई

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली (New Delhi)। थोक महंगाई दर (wholesale inflation rate) में गिरावट दर्ज हुई है। थोक मूल्य सचकांक (डब्ल्यूपीआई) पर आधारित महंगाई दर (Inflation based on Wholesale Price Index (WPI)) जनवरी महीने में घटकर 4.73 फीसदी (Decreased to 4.73 percent) पर आ गई है। दिसंबर महीने में थोक महंगाई दर 4.95 फीसदी रही थी, जबकि एक साल पहले जनवरी 2022 में यह 13.68 फीसदी थी। थोक महंगाई दर में लगातार 8वें महीने गिरावट दर्ज की गई है। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय से मंगलवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक जनवरी में थोक महंगाई दर में गिरावट की वजह मिनिरल ऑयल, केमिकल एवं केमिकल उत्पादों, वस्त्रों, क्रूड पेट्रोलियम और नैचुरल गैस तथा खाद्य पदार्थों की कीमतों में नरमी आई है। आंकड़ों के मुताबिक जनवरी में थोक महंगाई दर घटकर 4.73 फीसदी पर आ गई है, जबकि दिसंबर महीने में यह 4.95 फीसदी रही था। इस तरह महीने दर महीने के आधार प...
मप्र में फिर शुरू हुआ कड़ाके की सर्दी का दौर, 24 जिलों में 10 डिग्री ने नीचे आया पारा

मप्र में फिर शुरू हुआ कड़ाके की सर्दी का दौर, 24 जिलों में 10 डिग्री ने नीचे आया पारा

देश, मध्य प्रदेश
भोपाल (Bhopal)। उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों में हो रही बर्फबारी का मध्य प्रदेश में भी देखने को मिल रहा है। यहां बर्फीली हवाओं के चलते एक बार फिर कड़ाके की सर्दी पड़ने लगी है। पिछले 24 घंटों में 24 जिलों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला गया है। मौसम विभाग के मुताबिक, 18 जनवरी तक प्रदेश में कड़ाके की सर्दी बनी रहेगी। अगले 24 घंटों में प्रदेश के 15 जिलों में तीव्र शीतलहर लहर चलने का अनुमान है। रविवार की रात कंपकंपा देने वाली सर्दी से लोगों का जीना मुहाल हो गया। फसलों पर ओस की बूंदें जम गईं। मकर संक्रांति के बाद सूर्य के उत्तरायण होने पर शीत ऋतु की विदाई होने लगती है, लेकिन इस बार मौसम ने जिस तरह से करवट ली है, उससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि आने वाने दिनों में भी ठंड जाने वाली नहीं है। खेतों में सिंचित फसलों व नमी के आसपास वाले इलाके में ओस की एक पतली बर्फ जैसी परत घास पर ...
खुदरा महंगाई दर में बड़ी गिरावट, 7.41% से घटकर 6.77 फीसदी पर आई

खुदरा महंगाई दर में बड़ी गिरावट, 7.41% से घटकर 6.77 फीसदी पर आई

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली। थोक के बाद अब खुदरा महंगाई दर (retail inflation) भी अक्टूबर महीने (October month) में घटकर तीन महीने के निचले स्तर 6.77 फीसदी (Three month low of 6.77 per cent) पर आ गई है। सितंबर महीने में यह 7.41 फीसदी रही थी। एक साल पहले अक्टूबर, 2021 में खुदरा महंगाई दर 4.48 फीसदी रही थी। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के आंकड़ों में बताया गया है कि उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) पर आधारित देश में खुदरा महंगाई दर अक्टूबर में घटकर 6.77 फीसदी रही है। पिछले महीने सितंबर में यह 7.41 फीसदी रही थी, जबकि अगस्त में यह 7 फीसदी के स्तर पर थी। हालांकि, खुदरा महंगाई दर अभी भी रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) के संतोषजनक दायरे की उच्च सीमा 6 फीसदी से ऊपर बनी हुई है। एनएसओ के आंकड़ों के मुताबिक अक्टूबर में खाद्य वस्तुओं की महंगाई दर 7.01 फीसदी रही, जो सितंबर महीने में 8.6 फीसदी थी। सीपीआई पर आधारित...

शांत हुई चंबल, खतरे के निशान से नीचे आई, ग्रामीणों व प्रशासन ने ली राहत की सांस

देश, मध्य प्रदेश
मुरैना। पांच दिन तक विकराल रूप धारण (take a formidable form) करने के बाद चंबल नदी (Chambal River) अब शांत हो गई है। कोटा बैराज (Kota Barrage) से चंबल नदी में पानी का डिस्चार्ज नहीं किया जा रहा है। जिसका नतीजा चंबल के जल स्तर पर भी देखने को मिला है। शनिवार की शाम को चंबल का जल स्तर (water level) राजघाट पुल पर 136 मीटर था, जो खतरे के निशान से भी दो मीटर कम है। माना जा रहा है कि रविवार तक यह 132 मीटर पर पहुंच जाएगी। उधर चंबल का पानी उतरने पर ग्रामीणों ने तो राहत की सांस ली है साथ ही प्रशासनिक अमले को भी चैन मिला है। हालांकि प्रशासन की असली परीक्षा अब है। क्योंकि जिन गांवों में बाढ़ का पानी पहुंचा था वहां ग्रामीणों के सामने भोजन व पशु चारे का संकट खड़ा हो गया है। बाढ़ ने लोगों के घर में रखे अनाज को तो नष्ट किया ही साथ ही चारे को भी पूरी तरह खराब कर दिया। इसके अलावा बाढ़ प्रभावित गांवों में बी...