Friday, May 10"खबर जो असर करे"

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एडीबी ने भारत की आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान बढ़ाकर 7 फीसदी किया

एडीबी ने भारत की आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान बढ़ाकर 7 फीसदी किया

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली (New Delhi)। अर्थव्यवस्था के मोर्चे (economy front) पर अच्छी खबर है। एशियाई विकास बैंक (एडीबी) (Asian Development Bank (ADB)) ने चालू वित्त वर्ष 2024-25 के लिए भारत के आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान (India's economic growth forecast) में इजाफा (increased) किया है। एडीबी ने सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि (gross domestic product (gdp) growth) के पूर्व के अनुमान को 6.7 फीसदी से बढ़ाकर सात फीसदी कर दिया है। एडीबी ने गुरुवार को चालू वित्त वर्ष 202425 के लिए भारत की जीडीपी वृद्धि का अनुमान पहले के 6.7 फीसदी से बढ़ाकर सात फीसदी कर दिया। एडीबी ने कहा कि सार्वजनिक और निजी क्षेत्र की निवेश मांग से मजबूत वृद्धि का मार्ग प्रशस्त होगा। हालांकि, एडीबी का वित्त वर्ष 2024-25 के लिए विकास दर का अनुमान पिछले वित्त वर्ष 2022-23 के अनुमानित 7.6 फीसदी से कम है। एशियाई विकास बैंक ने कहा कि मजबूत न...
वित्त वर्ष 2024-25 में महंगाई दर 4.50 फीसदी जीडीपी 7 फीसदी की दर से बढ़ने का अनुमान

वित्त वर्ष 2024-25 में महंगाई दर 4.50 फीसदी जीडीपी 7 फीसदी की दर से बढ़ने का अनुमान

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली (New Delhi)। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) (Reserve Bank of India (RBI)) ने एक अप्रैल से शुरू चालू वित्त वर्ष 2024-25 के लिए महंगाई दर (inflation rate) यानी मुद्रास्फीति के अनुमान को 4.50 फीसदी पर बरकरार (Remained at 4.50 percent) रखा। यह पिछले वित्त वर्ष 2023-24 के 5.40 फीसदी के अनुमान से कम है। आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने शुक्रवार को यहां चालू वित्त वर्ष 2024-25 की पहली द्विमासिक मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की समीक्षा बैठक के बाद फैसले की जानकारी देते हुए यह बात कही। दास ने कहा कि मानसून की स्थिति को सामान्य मानते हुए चालू वित्त वर्ष के लिए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) आधारित महंगाई दर 4.50 फीसदी रहने का अनुमान है। शक्तिकांत दास ने कहा कि चालू वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में खुदरा महंगाई दर 4.90 फीसदी, दूसरी तिमाही में 3.80 फीसदी, तीसरी तिमाही में 4.60 फीस...
आरबीआई का वित्त वर्ष 2024-25 में जीडीपी ग्रोथ 7 फीसदी रहने का अनुमान

आरबीआई का वित्त वर्ष 2024-25 में जीडीपी ग्रोथ 7 फीसदी रहने का अनुमान

देश, बिज़नेस
मुंबई (Mumbai)। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) (Reserve Bank of India (RBI) ने अगले वित्त वर्ष 2024-25 के लिए देश का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि दर (Gross Domestic Product (GDP) growth rate) सात फीसदी रहने का अनुमान जताया है। हालांकि, चालू वित्त वर्ष 2023-24 में आर्थिक वृद्धि दर 7.3 फीसदी रहने का अनुमान है। रिजर्व बैंक गवर्नर शक्तिकांत दास ने गुरुवार को यहां द्विमासिक मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की तीन दिनों तक चली समीक्षा बैठक के नतीजे की घोषणा करते हुए कहा कि ग्रामीण मांग में तेजी जारी है, शहरी खपत मजबूत बनी हुई है। वहीं, पूंजीगत व्यय में वृद्धि के कारण निवेश का चक्र रफ्तार पकड़ रहा है। उन्होंने कहा कि निजी निवेश में भी सुधार के संकेत दिख रहे हैं। शक्तिकांत दास ने अगले वित्त वर्ष 2024-25 के लिए जीडीपी की वृद्धि दर सात फीसदी रहने का अनुमान जताया। आरबीआई गवर्नर ने कहा कि अप्रैल-...
भारत की आर्थिक विकास दर 7 प्रतिशत के आसपास रहने की सम्भावना

भारत की आर्थिक विकास दर 7 प्रतिशत के आसपास रहने की सम्भावना

अवर्गीकृत
- प्रहलाद सबनानी वित्तीय वर्ष 2023-24 में भारत की आर्थिक विकास दर लगभग 7 प्रतिशत के आसपास रहने की प्रबल सम्भावनाएं बन रही हैं। इस वर्ष की प्रथम तिमाही, अप्रैल-जून 2023, में आर्थिक विकास दर 7.8 प्रतिशत की रही है, वहीं द्वितीय तिमाही, जुलाई- सितम्बर 2023 में 7.6 प्रतिशत की रही है। इसी प्रकार, दीपावली त्यौहार पर लगभग 4 लाख करोड़ रुपए के व्यापार के चलते एवं अक्टूबर 2023 माह में विनिर्माण के क्षेत्र में विकास दर के 12 प्रतिशत से ऊपर रहने से इस वर्ष की तृतीय तिमाही, अक्टूबर-दिसम्बर 2023, में भी आर्थिक विकास 7 प्रतिशत रह सकती है। इससे पूरे वित्तीय वर्ष 2023-24 में भी आर्थिक विकास दर 7 प्रतिशत रहने की प्रबल संभावनाएं बन रही हैं। जबकि, विश्व के कई अन्य विकसित देशों में मंदी की सम्भावना व्यक्त की जा रही है। इस प्रकार भारत वर्ष 2023 में भी लगातार विश्व की सबसे तेज गति से विकास करती अर्थव्यवस...
वित्त वर्ष 2022-23 में आर्थिक वृद्धि दर 7 फीसदी रहने का अनुमान

वित्त वर्ष 2022-23 में आर्थिक वृद्धि दर 7 फीसदी रहने का अनुमान

देश, बिज़नेस
- आरबीआई ने चालू वित्त वर्ष में जीडीपी 6.8 फीसदी रहने का जताया है अनुमान नई दिल्ली (New Delhi)। विनिर्माण क्षेत्र (weak manufacturing sector) के कमजोर प्रदर्शन से चालू वित्त वर्ष में देश की आर्थिक वृद्धि दर (country's economic growth rate) सात फीसदी रहने का अनुमान (estimated seven percent) है। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) ने वित्त वर्ष 2022-23 के लिए जारी अग्रिम अनुमान में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि दर 7 फीसदी रहने का अनुमान जताया है। आरबीआई ने चालू वित्त वर्ष में जीडीपी 6.8 फीसदी रहने का अनुमान जताया है। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय ने शुक्रवार को आर्थिक वृ्द्धि दर का अग्रिम अनुमान जारी किया है। एनएसओ के मुताबिक वित्त वर्ष 2022-23 में जीडीपी वृद्धि दर 7 फीसदी रहने का अनुमान है। पिछले वित्त वर्ष 2020-21 में जीडीपी वृद्धि दर 8.7 फीसदी रहा था। आंकड़ों के मुताबिक वित्त वर्ष ...
एडीबी ने भारत की आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को 7 फीसदी पर रखा बरकरार

एडीबी ने भारत की आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को 7 फीसदी पर रखा बरकरार

देश, बिज़नेस
-एडीबी ने वित्त वर्ष 2022-23 के लिए जीडीपी वृद्धि दर अनुमान 7 फीसदी रखा नई दिल्ली। अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर सरकार को राहत देने वाली खबर है। एशियाई विकास बैंक (एडीबी) ने वित्त वर्ष 2022-23 के लिए भारत की आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान 7 फीसदी पर बरकरार रखा है। हालांकि, एडीबी ने एशिया की विकास की रफ्तार पहले के मुकाबले कुछ कमजोर रहने का अनुमान जताया है। एडीबी ने बुधवार को जारी ताजा रिपोर्ट में कहा कि वैश्विक स्तर पर प्रतिकूल परिस्थितियों के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था 7 फीसदी की दर से वृद्धि करेगी, जिसकी वजह उसकी मजबूत घरेलू बुनियाद है। एडीबी ने चालू वित्त वर्ष (अप्रैल 2022 से मार्च 2023) के लिए आर्थिक वृद्धि दर 7 फीसदी का अनुमान जताया है। एडीबी का ये ताजा अनुमान सितंबर के समान ही है। एशियाई विकास बैंक ने वित्त वर्ष 2023-2024 के लिए भी जीडीपी वृद्धि के अनुमान को 7.2 फीसदी पर अपरिवर्तित रखा है...
एसएंडपी ने आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान घटाकर 7 फीसदी किया

एसएंडपी ने आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान घटाकर 7 फीसदी किया

देश, बिज़नेस
-वित्त वर्ष 2023-24 के लिए जीडीपी ग्रोथ 6 फीसदी रहने का अनुमान नई दिल्ली। ग्लोबल रेटिंग एजेंसी एसएंडपी ने चालू वित्त वर्ष के लिए आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान घटाकर 7 फीसदी कर दिया है। एजेंसी ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए भी सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के अनुमान को घटाकर 6 फीसदी कर दिया है। इससे पहले रेटिंग एजेंसी ने मौजूदा वित्त वर्ष के लिए 7.3 फीसदी और अगले वित्त वर्ष के लिए 6.5 फीसदी की जीडीपी ग्रोथ का अनुमान लगाया था। रेटिंग एजेंसी ने सोमवार को जारी अपनी रिपोर्ट में कहा है कि भारत जैसी मांग आधारित अर्थव्यवस्था पर वैश्विक मंदी का असर कम हो सकता है। एजेंसी ने मौजूदा वित्त वर्ष में खुदरा महंगाई दर औसतन 6.8 फीसदी रहने का अनुमान जताया है। इसके अलावा एजेंसी ने कहा है कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) नीतिगत ब्याज दर मार्च, 2023 तक 6.25 फीसदी कर सकती है। भारत की अर्थव्यवस्था वित्त वर्ष 2021 में 8...
मूडीज ने भारत की आर्थिक विकास दर का अनुमान 7.7 से घटाकर किया 7 फीसदी

मूडीज ने भारत की आर्थिक विकास दर का अनुमान 7.7 से घटाकर किया 7 फीसदी

देश, बिज़नेस
- एजेंसी ने वैश्विक स्तर पर ग्रोथ में गिरावट की वजह से अनुमान में कटौती की नई दिल्ली। रेटिंग एजेंसी मूडीज इनवेस्टर सर्विस ने वर्ष 2022 के लिए भारत के विकास दर के अनुमान को घटाकर 7 फीसदी कर दिया है। साख निर्धारण करने वाली रेटिंग एजेंसी ने इससे पहले आर्थिक वृद्धि दर 7.7 फीसदी रहने का अनुमान जताया था। मूडीज इनवेस्टर सर्विस ने शुक्रवार को जारी अपने ग्लोबल मैक्रो आउटलुक अपडेट में यह बात कही। एजेंसी ने कहा है कि वैश्विक स्तर पर ग्रोथ में गिरावट और मौद्रिक नीतियों में लगातार की जा रही सख्ती की वजह से भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) ग्रोथ रेट के अनुमान में कटौती की गई है। इससे पहले एजेंसी ने 2022 के लिए भारत के जीडीपी ग्रोथ अनुमान को 8.8 फीसदी से घटाकर 7.7 फीसदी कर दिया था। रेटिंग एजेंसी मूडीज के ताजा अनुमान के मुताबिक भारत की आर्थिक वृद्धि दर की गति वर्ष 2023 में कम होकर 4.8 फीसदी रह जाएगी, ...

एशियाई विकास बैंक ने आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान घटाकर 7 फीसदी किया

देश, बिज़नेस
-वित्त वर्ष 2022-23 के लिए एडीबी ने पहले 7.2 फीसदी विकास दर का जताया था अनुमान नई दिल्ली। अर्थव्यवस्था के मोर्चे (economy front) पर सरकार के लिए झटका लगने वाली खबर है। एशियाई विकास बैंक (एडीबी) (Asian Development Bank (ADB)) ने वित्त वर्ष 2022-23 के लिए देश की आर्थिक वृद्धि दर (country's economic growth rate) के अनुमान को घटाकर अब 7 फीसदी कर दिया है। एडीबी ने पहले 7.2 फीसदी विकास दर का अनुमान जताया था। एडीबी ने बुधवार को जारी अपनी ताजा रिपोर्ट में कहा कि अनुमान से ज्यादा महंगाई दर और मौद्रिक सख्ती की वजह से आर्थिक वृद्धि दर में ये कमी आएगी। एडीबी ने कहा कि वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था सालाना आधार पर 13.5 फीसदी की दर से बढ़ी है, जो सेवाओं में मजबूत वृद्धि को दर्शाता है। एशियाई विकास बैंक ने (मार्च 2023 में खत्म होने वाले वर्ष) चालू वित्त वर्ष के लिए सकल घरे...