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Tag: Rahul Gandhi

अविश्वास प्रस्ताव लाने वाले राहुल गांधी को अपने आप पर ही विश्वास नहीं: शिवराज

अविश्वास प्रस्ताव लाने वाले राहुल गांधी को अपने आप पर ही विश्वास नहीं: शिवराज

देश, मध्य प्रदेश
-मुख्यमंत्री चौहान ने कहा, प्रधानमंत्री मोदी में देश का विश्वास भोपाल (Bhopal)। लोकसभा (Lok Sabha) में विपक्ष (Opposition) के अविश्वास प्रस्ताव पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि अविश्वास प्रस्ताव लाने वाले राहुल गांधी को अपने आप पर ही विश्वास नहीं है। कांग्रेस भी जानती है कि इस प्रस्ताव में कोई दम नहीं है। देश का विश्वास प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी में है। विपक्षी गठबंधन में शामिल दलों में ही विश्वास नहीं है। मुख्यमंत्री चौहान ने मंगलवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि जिस गठबंधन की नींव में ही अविश्वास का मलबा हो, उस पर विश्वास का महल कैसे बनेगा। अरविंद केजरीवाल कांग्रेस को पानी पी-पीकर कोसते थे, वे अब साथ हैं। लालू प्रसाद यादव और नीतीश कुमार भी अब साथ-साथ हैं। जो दल कभी राज्यों में ह...
राहुल गांधी का ‘हिट’ पश्चिम बंगाल पर ‘फिट’

राहुल गांधी का ‘हिट’ पश्चिम बंगाल पर ‘फिट’

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- डॉ. दिलीप अग्निहोत्री तीर की तरह बयान भी कई बार गलत निशाने पर लग जाते हैं। राहुल गांधी के ब्रिटेन से लेकर अमेरिका तक में दिए गए बयानों का भी यही अंजाम हुआ। भारत का नाम लेकर उन्होंने नरेन्द्र मोदी पर निशाना लगाया। लेकिन उनके बयान पश्चिम बंगाल पर फिट हो गए। निशाने पर ममता बनर्जी आ गईं। राहुल गांधी ने विदेशों में आरोप लगाए थे कि भारत में लोकतंत्र को समाप्त किया जा रहा है। वह अपने बयान के समर्थन में कोई उचित प्रमाण नहीं दे सके थे। इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि भारत में कुछ लोगों को निशाना बनाया जा रहा है। राहुल के ये बयान भारत पर तो लागू नहीं हुए, लेकिन पश्चिम बंगाल में पूरी तरह चरितार्थ हुए हैं। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव इसका प्रमाण है। शांति पूर्ण और निष्पक्ष चुनाव कराने में प्रदेश सरकार पूरी तरह विफल रही। हिंसा और उपद्रव के माहौल में निष्पक्ष चुनाव सम्भव भी नहीं होते। इस चुनाव में बैलेट स...
गौरवशाली अतीत की अभिव्यक्ति

गौरवशाली अतीत की अभिव्यक्ति

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- डॉ. दिलीप अग्निहोत्री राष्ट्रीय गौरव के विषयों पर राष्ट्रीय सहमति दिखनी चाहिए अन्यथा देश विरोधी तत्वों को अनावश्यक प्रतिक्रिया देने का अवसर मिलता है। नए संसद भवन के उद्घाटन पर भी विपक्षी नेताओं ने ऐसी ही मानसिकता दिखाई। पुराना संसद भवन ब्रिटिश शासन द्वारा बनाया गया था। नई संसद आत्मनिर्भर भारत की प्रतीक है लेकिन विपक्ष ने अपनी राजनीति को ही महत्व दिया। उन्होंने राष्ट्रीय गौरव के समारोह का बहिष्कार किया। इतना ही नहीं राहुल गांधी ने अमेरिका जाकर नए संसद भवन की आलोचना की। उनका कहना था कि समस्याओं से ध्यान हटाने के लिए सरकार ने यह कार्य किया। इस प्रकार विपक्ष ने यहां निर्मिति भारत के गौरवशाली अतीत की कलाकृतियों का भी बहिष्कार किया। इससे पाकिस्तान जैसे देशों का मनोबल बढ़ा। उन्होंने यहां निर्मित अखंड भारत के भित्तिचित्र की निंदा की। इसे भारत की विस्तारवादी मानसिकता मान रहे हैं और इससे भविष्य क...
राहुल गांधी कभी पढ़ भी लेते मुस्लिम लीग का इतिहास

राहुल गांधी कभी पढ़ भी लेते मुस्लिम लीग का इतिहास

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- आर.के. सिन्हा राहुल गांधी ने मुस्लिम लीग को सेक्युलर पार्टी होने का प्रमाणपत्र देकर एक बार फिर साबित कर दिया कि उनकी इतिहास की समझ एक स्कूली बच्चे से भी कमजोर है। जाहिर है कि अमेरिका यात्रा पर गये राहुल गांधी के बयान पर हंगामा खड़ा हो गया है। अब सभी कांग्रेसी राहुल गांधी का बचाव करने में भी लगे हैं। यह भारत में ही संभव है कि मोहम्मद अली जिन्ना की जिस ऑल इंडिया मुस्लिम लीग ने भारत को तोड़ा था, उससे मिलते-जुलते नाम से इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) भारत विभाजन के कुछ माह बाद ही एक राजनीतिक पार्टी के रूप में सामने आई। इसका गठन 10 मार्च 1948 को हुआ। ये मुख्य रूप से केरल में ही सक्रिय रही है। कभी-कभी तमिलनाडु में भी चुनाव लड़ती रही है। क्या भारतीय कांग्रेस या भारतीय समाजवादी पार्टी के नाम से कोई पार्टी पाकिस्तान में बन सकती थी? ऐसी ही एक गलती भारतीय जनता पार्टी के महा शक्तिशाली नेता औ...
धनाढ्य प्रवासी भारतीय और राहुल गांधी की ओछी सियासत

धनाढ्य प्रवासी भारतीय और राहुल गांधी की ओछी सियासत

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- कमलेश पांडेय पिछले तीन दशकों में भारतीय राजनीति में दो महत्वपूर्ण बदलाव महसूस किए जा रहे हैं। इन्हें नई आर्थिक नीतियों का राजनीतिक साइड इफैक्ट्स कहा जा सकता है। पहला, नेताओं व उनके भरोसेमंद कार्यकर्ताओं के बीच विश्वास दिन ब दिन घटता जा रहा है और ग्लोबल-नेशनल पीआर एजेंसी इस जगह को तेजी से भरती जा रही हैं। दूसरा, राजनेताओं और नौकरशाहों की अंदरुनी सांठगांठ औद्योगिक घरानों व कारोबारियों से बढ़ती जा रही है और उनके मनमाफिक कानून बदले जा रहे हैं। देखा जाए तो इन दोनों घटनाओं की वजह से समाजवादी लोकतंत्र, कब पूंजीवादी लोकतंत्र में तब्दील हो गया, पता ही नहीं चला! आहिस्ता-आहिस्ता यह प्रक्रिया और तेज ही होती जा रही है, जिससे पढ़े-लिखे और पैसे वाले लोगों के बजाय आम आदमी के हित ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं, नकारात्मक अर्थों में। जिस हिसाब से व्यक्ति विशेष के खर्चे बढ़े हैं, उत्तरदायित्व बढ़ रहे हैं, आमदनी ...
राहुल गांधी की संसदीय अयोग्यताः साजिश या सियासत

राहुल गांधी की संसदीय अयोग्यताः साजिश या सियासत

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- विकास सक्सेना मानहानि के मामले में दो साल की सजा मिलने से संसद सदस्यता के अयोग्य हो चुके कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस सजा के खिलाफ ऊपरी अदालत में अपील नहीं की है। दिग्गज वकीलों की भारी भरकम फौज होने के बावजूद कांग्रेस के सबसे कद्दावर नेता की संसद सदस्यता बचाने वाली अपील में देरी से लोगों के मन में तरह-तरह के सवाल उठ रहे हैं। वे समझ नहीं पा रहे कि 10 दिन से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी न्यायालय के फैसले के खिलाफ अपील न करना कांग्रेस की राजनैतिक रणनीति का हिस्सा है या फिर राहुल गांधी किसी गहरी सियासी साजिश का शिकार हो रहे हैं। हालांकि सोशल मीडिया पर हो रही चर्चा के दबाव में माना जा रहा है कि राहुल गांधी के वकील जल्द ही इस मामले में ऊपरी अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे। दरअसल लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान कर्नाटक के कोलार में एक चुनावी जनसभा के दौरान उन्होंने कथित तौर पर मोदी उपनाम पर आपत्तिजन...
गांधी परिवार, फितरत में अहंकार

गांधी परिवार, फितरत में अहंकार

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- श्याम जाजू राहुल गांधी के राजनीतिक जीवन में सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए बेबुनियाद बातें करना, गलत शब्दों के प्रयोग, अनावश्यक लांछन लगाने की प्रवृत्ति नई बात नहीं है। ऐसे अनेक प्रसंग हैं। इससे वह देश में हास्यापद हो गए हैं। लोग चटखारे लेते हैं। इससे बड़ा नुकसान उनकी पार्टी को तो हुआ ही है, साथ ही गांधी परिवार चरित्र चर्चा के दायरे में आ गया है। सूरत के विधायक पूर्णेश मोदी का राहुल के ऐसे ही बयान पर आपराधिक मानहानि का मुकदमा सुर्खियों में हैं। इस मुकदमे के अदालती फैसले से राहुल ने संसद की सदस्यता से अयोग्य घोषित हो गए हैं। यह कहने में संकोच नहीं है कि अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर राहुल का यही अतिरेक ही इस गति का कारण बना। 2019 में कर्नाटक की एक सभा में राहुल ने प्रधानमंत्री की पिछड़ी जाति का अपमान करते हुए कहा था कि देश के सब मोदी चोर क्यों होते हैं। यही वो बयान है जिस पर अदालत ने...
कांग्रेस के लिए ‘राहु’ बन गए हैं राहुल गांधी: शिवराज सिंह

कांग्रेस के लिए ‘राहु’ बन गए हैं राहुल गांधी: शिवराज सिंह

देश, मध्य प्रदेश
-पूरे देश में तो अमृतकाल चल रहा और कांग्रेस में राहुकाल: मुख्यमंत्री भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि राहुल गांधी को न तो राजनीति की जानकारी है और न ही राष्ट्रनीति की। जहां पूरे देश में अमृतकाल चल रहा है तो वहीं कांग्रेस में राहुकाल चल रहा है। राहुल गांधी कांग्रेस के लिए राहु बन गए हैं। मुख्यमंत्री चौहान बुधवार शाम को अपने निवास कार्यालय समत्व भवन में पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अगर राहुल नेहरू गांधी परिवार से न होते तो कहां होते, यह सारा देश जानता है। यह बताने की जरूरत नहीं है, लेकिन गांधी नेहरू परिवार के गुलाम नेता उनको जबरदस्ती राष्ट्रीय नेता बनाने पर तुले हुए हैं। वास्तविकता यह है कि राहुल गांधी गांधी नेहरू परिवार के सबसे असफल सबसे कमजोर गैर जिम्मेदार, लापरवाह और अहंकारी नेता है। उन्होंने...
राहुल के आचरण से भारत की गरिमा पर चोट

राहुल के आचरण से भारत की गरिमा पर चोट

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- हृदयनारायण दीक्षित राजनीति का सांस्कृतिक होना अनिवार्य है। संस्कृतिविहीन राजनीति कलहपूर्ण होती है। ऐसी राजनीति के संचालक और नेता देश को परेशानी में डालने वाले होते हैं। उनका आचरण उनके लिए भी फलप्रद नहीं होता। वे स्वयं की भी बेइज्जती कराते हैं। कांग्रेस के नेता और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी अपने निराधार वक्तव्यों से जगहंसाई करा रहे हैं। उन्होंने कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में अपने देश भारत के सम्बंध में अनर्गल टिप्पणियां की हैं। कैम्ब्रिज में उन्होंने कहा- 'भारत की संवैधानिक संस्थाएं सत्ता पक्ष के नियंत्रण में हैं।' राहुल जी स्वतंत्र न्यायपालिका द्वारा भिन्न-भिन्न विषयों पर दिए गए निर्णयों पर ध्यान नहीं देते। सर्वोच्च न्यायालय ने अभी चुनाव आयुक्त की नियुक्ति के सम्बंध में विशेष प्रकार का निष्कर्ष दिया है। न्यायपीठ ने हिन्दू आस्था को भारत के लोगों की जीवनशैली बताया है। देश की न्यायपालिका संवैधा...