Friday, May 17"खबर जो असर करे"

सरकार ने पेट्रोल, डीजल और एटीएफ के निर्यात पर टैक्स वापस लिया

– पेट्रोल, डीजल और विमान ईंधन पर भारी-भरकम विंडफॉल टैक्स खत्म

नई दिल्ली। सरकार ने अंतरराष्ट्रीय बाजार (international market) में कच्चे तेल की कीमत में गिरावट (Crude oil prices fall) आने पर पेट्रोल-डीजल, एटीएफ (Petrol, Diesel, ATF) और कच्चे तेल लगने वाला अप्रत्याशित लाभ कर (विंडफॉल टैक्स) (Windfall Tax) वापस ले लिया है।

वित्त मंत्रालय ने बुधवार को जारी अधिसूचना में बताया गया है कि पेट्रोल के निर्यात पर 6 रुपये प्रति लीटर कर में कटौती की गई है। एयर टरबाइन फ्यूल (एटीएफ) को छह रुपये प्रति लीटर से घटाकर 4 रुपये प्रति लीटर किया गया है। इसी तरह डीजल पर लागू कर को 13 रुपये प्रति लीटर से घटाकर 11 रुपये लीटर किया गया है। इसके अलावा घरेलू कच्चे तेल उत्पाद पर 23,250 रुपये अतिरिक्त कर को घटाकर 17,000 रुपये प्रति टन किया गया है।

सरकार के इस फैसले का फायदा रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) और रोजनेफ्ट की नायरा एनर्जी जैसी रिफाइन ईंधन का निर्यात करने वाली कंपनियों को होगा। दरअसल ये दोनों कंपनियां मिलकर करीब 85 फीसदी ईंधन का निर्यात करती हैं। इस टैक्स को लागू करने के बाद से ही ये कंपनियां इसका विरोध कर रही थी। एक्सपर्ट के मुताबिक इस फैसले से सरकार को एक साल में करीब एक लाख करोड़ रुपये की आमदनी होगी।

सरकार ने एक जुलाई, 2022 को ईंधन के निर्यात पर ये भारी-भरकम अप्रत्याशित टैक्स घरेलू बाजार में पेट्रोल-डीजल की खुदरा मूल्य को बढ़ने से रोकने के लिए लगाया था। दरअसल तब अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें 120 डॉलर पर थीं, जो अब घटकर 100 डॉलर पर आ गई हैं। सरकार के इस कदम से पेट्रोल, डीजल और एटीएफ की कीमतों में कोई कमी नहीं होगी। (एजेंसी, हि.स.)