Wednesday, April 30"खबर जो असर करे"

जीवन शैली

अब पहलगाम आतंकी हमले की ‘टाइमिंग’ से उठ रहे कई सवाल?

अब पहलगाम आतंकी हमले की ‘टाइमिंग’ से उठ रहे कई सवाल?

जीवन शैली
आखिर पहलगाम आतंकी हमले की 'टाइमिंग' पर गौर कीजिए। सीधा सवाल है कि जब भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार (22 अप्रैल, 2025) को ही सऊदी अरब के जेद्दाह पहुँचे थे, जहाँ उनका भव्य स्वागत हुआ। उस दिन उनके एयरक्राफ्ट को एस्कॉर्ट करने के लिए सऊदी अरब ने अपने जेट्स भेजे, जो अपने-आप में पीएम मोदी के प्रति खाड़ी मुल्क़ों के सम्मान को दिखाता है। वहीं जेद्दाह का एक वीडियो भी सामने आया, जिसमें एक शेख ‘राजी’ (2018) फिल्म का गाना ‘ऐ वतन, वतन मेरे आबाद रहे तू’ गाना गाते हुए दिखा। तब तमाम मुस्लिम शख्स भी पीएम मोदी के सामने इसे गुनगुनाते हुए दिखे। लेकिन तभी अचानक से, ऐसी चौंकाऊ खबर! पहलगाम आतंकी हमला, 26 पर्यटकों की मौत, से मोदी हिल गए। क्योंकि चीनी पिल्ले पाकिस्तान की शह पर हुई एक और नापाक हरकत थी यह| वैसे तो जब भारत सरकार पूर्वी पाकिस्तान यानी बंगलादेश में हुए तख्तापलट और फिर हिन्दुओं के उत्पीडन पर ...
सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर ने स्पेसएक्स को कहा शुक्रिया, बोले- धरती के माहौल में ढलने की कर रहे कोशिश

सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर ने स्पेसएक्स को कहा शुक्रिया, बोले- धरती के माहौल में ढलने की कर रहे कोशिश

जीवन शैली, विदेश
ह्यूस्टन। नासा के अनुभवी अंतरिक्ष यात्री, सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर, जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर महज आठ दिनों के मिशन के लिए उड़ान भरी थी, लेकिन वो 286 दिनों बाद धरती पर लौटे। 18 मार्च को स्पेसएक्स क्रू ड्रैगन यान के जरिए उनकी सफल वापसी हुई। दोनों अंतरिक्ष यात्री ने मार्च महीने की शुरुआत में धरती पर वापस आने के बाद आज पहली बार टेक्सास के ह्यूस्टन में जॉनसन स्पेस सेंटर से सार्वजनिक रूप से मिशन के अनुभवों को साझा किया। लंबे अंतराल के बाद पृथ्वी पर लौटने के बाद सुनीता विलियम्स ने अपनी भावनाएं साझा करते हुए कहा, मैं सबसे पहले अपने पति और अपने पालतू कुत्तों को गले लगाना चाहती थी। उन्होंने कहा कि सबसे पहले उन्होंने अपने घर में एक ग्रिल्ड चीज सैंडविच का आनंद लिया, जो उनके पिता की याद दिलाता है। पृथ्वी पर सकुशल वापसी पर बुच विल्मोर ने कहा, हम इस ...
शनि अमावस्या पर शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए क्या करें और क्या नहीं ? जानिए उपाय

शनि अमावस्या पर शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए क्या करें और क्या नहीं ? जानिए उपाय

जीवन शैली
उज्‍जैन। हिंदू धर्म में अमावस्या (Shani Amavasya) तिथि का विशेष महत्व है। इस दिन गंगा स्नान, पिंडदान व तर्पण आदि करना अत्यंत शुभ माना गया है। 29 मार्च 2025, शनिवार को चैत्र मास की अमावस्या है। शनिवार को पड़ने वाली अमावस्या को शनिश्चरी अमावस्या कहा जाता है। यह दिन शनि कृपा प्राप्त करने के लिए खास माना गया है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जिन जातकों की जन्मकुंडली में शनि की स्थिति शुभ नहीं है, उन्हें इस दिन कुछ खास उपाय करने चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से शनि दोष से मुक्ति व शनि के अशुभ प्रभाव कम होते हैं। जानें शनि अमावस्या के दिन क्या करना चाहिए और क्या नहीं- शनि अमावस्या के दिन क्या करें- 1. शनि कृपा प्राप्त करने के लिए शनिदेव के सामने सरसों के तेल का दीपक जलाना चाहिए। उसमें काली उड़द की साबुत दाल, थोड़े काले तिल और एक लोहे की कील डालनी चाहिए। 2. शनि अमावस्या के दिन काले तिल, काला...
महिला दिवस पर विशेष… माँ शक्ति है, साहस है

महिला दिवस पर विशेष… माँ शक्ति है, साहस है

जीवन शैली
डॉ. वंदना सेन वर्तमान में भारत की महिलाएं कई ऐसे कीर्तिमान स्थापित कर रही हैं, जो देश के भविष्य के लिए बहुत ही आवश्यक हैं। सेवा के क्षेत्र में भी देश की मातृशक्ति ने अभूतपूर्व कदम अग्रेसित किए हैं। मातृशक्ति का आशय क्या है, इसका हम सभी को अध्ययन करना होगा। बहुत समय पहले मैंने एक फ़िल्म देखी थी। फ़िल्म का नाम था दीवार। इस फ़िल्म की कहानी कितनी ही सही हो लेकिन फ़िल्म की एक लाइन लंबे समय तक याद की जाती है, जिसमें अभिनेता शशि कपूर अपने भाई अमिताभ बच्चन से कहते थे कि मेरे पास माँ है। इस शब्द को सुनकर अमिताभ बच्चन निरुत्तर हो जाते हैं। वास्तव में भारतीय संस्कृति में माँ शब्द में एक ऐसा अपनापन है। जिसमें ममता की गहराई है, वात्सल्य का ऐसा अमूल्य खजाना है, जो दुनिया में कहीं अन्यत्र नहीं मिल सकता। इसीलिए हमारे महापुरुषों ने माँ को भगवान का दर्जा दिया है, वहीं किसी भी बच्चे के लिए प्रथम गुरु भी केवल मा...
माघी पूर्णिमा पर महाकुंभ में महास्नान के लिए उमड़ा आस्था का जनसैलाब

माघी पूर्णिमा पर महाकुंभ में महास्नान के लिए उमड़ा आस्था का जनसैलाब

जीवन शैली, देश
प्रयागराज। आज यानी 12 फरवरी को माघ पूर्णिमा है। इस दिन गंगा स्नान करने से सभी पापों का नाश होने की मान्यता है। यह दिन माघ स्नान का अंतिम दिन है। इस दिन सभी तीर्थों के स्वामी भगवान विष्णु को श्रद्धा पूर्वक 'ॐ विष्णवे नमः, ॐ विष्णवे नमः, ॐ विष्णवे नमः' कहते हुए प्रणाम किया जाएगा, और सभी भक्त अपने-अपने लोकों की ओर प्रस्थान करेंगे। यहां कल्पवास करने वाले श्रद्धालुओं को भी इसी महामंत्र का जाप करते हुए अपने स्थायी निवास की ओर लौटना चाहिए।...
दिल्ली में विकास , विजन और मोदी पर विश्वास की विजय 

दिल्ली में विकास , विजन और मोदी पर विश्वास की विजय 

जीवन शैली
8 फरवरी 2025 दिन शनिवार का दिन दिल्ली विधानसभा निर्वाचन 2025 के परिणाम की दृष्टि से ऐतिहासिक कहा जा सकता है। अन्ना आन्दोलन की गर्भ से उत्पन्न हुई केजरीवाल सरकार का पतन हो गया। पतन भी ऐसा कि लम्बे समय तक मुख्यमंत्री रहे अरविन्द केजरीवाल और उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया तक चुनाव हार गये। दिल्ली की प्रबुद्ध जनता ने निर्णायक परिणाम दे कर बतला दिया कि उसकी उम्मीदें केजरीवाल सरकार से टूट चुकी हैं। यह चुनाव प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष कई मोर्चों पर लड़ा जा रहा था। जिस पर आगे चर्चा होगी। जेल से जमानत पर बाहर आए अरविन्द केजरीवाल किस उम्मीद पर मुख्यमंत्री आतिशी मार्लेना से ऊपर स्वयं को अगला मुख्यमंत्री बतलाते रहे ( वो भी तब जबकि न्यायालय ने उन्हे कार्यालय जाने और नीतिगत विषयों , शराब घोटाले में दखल ना देने की पाबंदी लगा रखी है ) ,  जनता समझ नहीं सकी। भ्रष्टाचार और अनैतिक मुख्यमंत्री होने का आरोप झेलते के...
मधुबाला को नहीं थी अपनी ये फिल्म देखने की इजाज़त, जानिए वजह ?

मधुबाला को नहीं थी अपनी ये फिल्म देखने की इजाज़त, जानिए वजह ?

जीवन शैली, बॉलीवुड
मुंबई। हिंदी सिनेमा की सबसे खूबसूरत एक्ट्रेसेज में शामिल मधुबाला आज भी याद की जाती हैं। सादगी, बेमिसाल एक्टिंग और उनकी खूबसूरती के चर्चे कई किताबों में हैं। अपने करियर में कई शानदार फिल्में देने वाली मधु कम ही उम्र में दुनिया छोड़ गई। लेकिन उनके फिल्मी करियर की शुरुआत भी कम उम्र में हुई थी। पारिवारिक मजबूरियों की वजह से उन्होंने फिल्मों में कदम रखा और कमाल कर दिया। लेकिन क्या अप जानते हैं कि मधुबाला को अपनी ही फिल्म देखने की इजाज़त नहीं मिली। ये किस्सा उनकी फिल्म ‘हंसते आसूं’ से जुड़ा है। मधुबाला पर किताब ‘I Want to Live’ लिखने वाली खतीजा अकबर ने इस बात का ज़िक्र अपनी किताब में लिखा है। बात 1950 में रिलीज़ हुई फिल्म ‘हंसते आसूं’ की है। इस फिल्म में मधुबाला ने काम किया था जब उनकी उम्र सिर्फ 16 साल थी। ‘हंसते आसूं’ इंडियन सिनेमा की पहली फिल्म थी, जिसे सेंसर बोर्ड ने A सर्टिफिकेट दिया गया। यह ...
Kumbh Mela 2025: प्रयागराज में सैकड़ों महिला-पुरुष साधुओं ने ली संन्यास की दीक्षा, देखें – Video में विजया संस्कार

Kumbh Mela 2025: प्रयागराज में सैकड़ों महिला-पुरुष साधुओं ने ली संन्यास की दीक्षा, देखें – Video में विजया संस्कार

जीवन शैली, देश
प्रयागराज। प्रयागराज के महाकुंभ में पुरुष नागाओं के साथ महिला साध्वियों का भी विजया संस्कार करा कर उनको संन्यासी जीवन की दीक्षा दी गई। रविवार को जूना अखाड़े में सौ से भी ज्यादा महिलाओं ने विजया संस्कार में हिस्सा लेकर पूरे विधि विधान के साथ अपने गुरु से संन्यास की दीक्षा ली। दीक्षा लेने वाली सभी महिलाओं ने अपने परिवार सहित खुद का भी पिण्डान किया यानि आज से उनका सामाजिक जीवन समाप्त हो गया और अब जो भी जीवन है वो सिर्फ प्रभु के लिए रहेगा। विजया संस्कार में पहले सभी साध्वी बनने वाली महिलाओं को एक कतार में बैठा कर उनको चंदन लगाया गया। इसके बाद सभी लोगों ने गुरु द्वारा बताये गए मंत्रो का जाप किया फिर महिला सन्यासियों को गंगा में डुबकी लगवा कर शुद्धि की गई और गुरु ने संन्यास की दीक्षा दी। इस दौरान अखाड़े की महिला कोतवाल उन पर पूरी नर रख रही थी और सभी संस्कार ठीक से किया जा रहा या नहीं इसका भी वो...
शोध में खुलासा : आर्कटिक क्षेत्र के स्वालबार्ड में 91% ग्लेशियर पिघले, जानिए वजह

शोध में खुलासा : आर्कटिक क्षेत्र के स्वालबार्ड में 91% ग्लेशियर पिघले, जानिए वजह

जीवन शैली, विदेश
नई दिल्ली । आर्कटिक क्षेत्र में स्वालबार्ड द्वीपसमूह के लगभग 91 फीसदी ग्लेशियर काफी हद तक सिकुड़ गए हैं। पिछले 40 सालों में सबसे अधिक तापमान वाली जगहों में ग्लेशियर गायब हो रहे हैं। सबसे ज्यादा ग्लेशियर गायब होने की घटनाएं हाल के वर्षों में देखी गई हैं। यह जानकारी ब्रिस्टल विश्वविद्यालय के एक शोध में सामने आई है। इसके निष्कर्ष नेचर कम्युनिकेशंस में प्रकाशित हुए हैं। ग्लेशियोलॉजी सेंटर के शोधकर्ताओं के अनुसार 1985 के बाद से इस नॉर्वेजियन द्वीप समूह में ग्लेशियर के किनारों पर 800 वर्ग किलोमीटर से अधिक इलाके का नुकसान हुआ है। आधे से अधिक यानी 62 फीसदी ग्लेशियर टूटने के मौसमी चक्र से गुजरते हैं। यह तब और अधिक बढ़ जाता है जब महासागर और हवा के बढ़ते तापमान के कारण बर्फ के बड़े टुकड़े टूट जाते हैं। पिछले कुछ दशकों में ग्लेशियरों के पीछे खिसकने का पैमाना तेजी से बढ़ा है। यह लगभग पूरे स्वालबार्ड को क...