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कैट का राष्ट्रीय रिटेल शिखर सम्मेलन नई दिल्ली में 18-19 अप्रैल को

नई दिल्ली (New Delhi)। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) (Confederation of All India Traders (CAIT)) आगामी 18 और 19 अप्रैल, 2023 को पहली बार नई दिल्ली में “राष्ट्रीय रिटेल शिखर सम्मेलन” (“National Retail Summit”) आयोजित कर रहा है जिसमें देश के सभी राज्यों के व्यापारी नेताओं (business leaders) के अलावा गैर-कॉर्पोरेट क्षेत्र के प्रमुख (head of non-corporate sector) भी शामिल होंगे। इस शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी सी भरतिया करेंगे।

कारोबारी संगठन कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने रविवार को जारी एक बयान में कहा कि दो दिवसीय रिटेल शिखर सम्मेलन 18 और 19 अप्रैल, 2023 को नई दिल्ली में होगा। सम्मेलन के विभिन्न सत्रों में व्यापार सहित गैर-कॉर्पोरेट क्षेत्र के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। उन्होंने बताया कि हमने विभिन्न सत्रों में व्यापार जगत के नेताओं को संबोधित करने के लिए अनेक वरिष्ठ केंद्रीय मंत्रियों को भी आमंत्रित किया है।

खंडेलवाल ने कहा कि कारोबारी संगठन ने देश में रिटेल का एक बड़ा गठबंधन बनाने के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए इस सम्मेलन में परिवहन, एसएमई, किसानों, स्वयं सहायता समूहों, महिला उद्यमियों, हाकर्स और खुदरा व्यापार के अन्य क्षेत्रों के नेताओं को भी आमंत्रित किया है। उन्होंने बताया कि रिटेल शिखर सम्मेलन के दौरान देश में “वन नेशन-वन लाइसेंस” लागू करने के तरीकों और साधनों पर भी चर्चा होगी, व्यापार को नियंत्रित करने वाले अधिनियमों और नियमों की समीक्षा, व्यापारियों के लिए एक प्रभावी पेंशन और बीमा योजना आदि पर भी शिखर सम्मेलन में बातचीत होगी।

वहीं, कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया ने कहा कि सम्मेलन में जीएसटी कर प्रणाली के सरलीकरण पर चर्चा के अलावा, ई-कॉमर्स नीति की तात्कालिकता और ई-कॉमर्स के लिए एक नियामक, एक राष्ट्रीय खुदरा व्यापार नीति पर भी चर्चा होगी। उन्होंने कहा कि दो दिवसीय सम्मेलन के दौरान अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों के अलावा देश भर में व्यापारियों द्वारा डिजिटल टेक्नोलॉजी एवं डिजिटल पेमेंट को अपनाया जाना जिससे अनौपचारिक व्यापार को औपचारिक व्यापार में लाने, एसएमई के लिए वित्त तक पहुंच, साइबर सुरक्षा से संबंधित मुद्दे, अनैतिक ई-कॉमर्स व्यवसाय जिसमें ई-फार्मेसी को रोकने के लिए आवश्यक कदमों पर चर्चा करना शामिल हैं। (एजेंसी, हि.स.)