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Tag: Chhattisgarh

नक्सल विरोधी कार्रवाई पर हमदर्दी भरा दृष्टिकोण क्यों?

नक्सल विरोधी कार्रवाई पर हमदर्दी भरा दृष्टिकोण क्यों?

अवर्गीकृत
- डॉ. रमेश ठाकुर छत्तीसगढ़ के कांकेर में पिछले सप्ताह केंद्रीय सुरक्षाकर्मियों ने एक ऑपरेशन के तहत बड़ी संख्या में नक्सलियों को मार गिराया। सूचनाएं थी कि नक्सली चुनाव में गड़बड़ी करने वाले थे। उनका निशाना पोलिंग बूथ थे। उनके पास से बड़ी मात्रा में हथियार और गोला बारूद बरामद हुआ। नक्सलियों पर इस कार्रवाई को लेकर एक दफा फिर कांग्रेस ने प्रमाणिकता पर सवाल उठाए हैं। वाजिब सवाल ये है कि आखिर चुनाव के बीच नक्सल और सुरक्षाबलों के बीच चले इस संघर्ष को राजनीतिक रंग देने में किसका भला होगा? भूपेश बघेल तो मुठभेड़ को फर्जी भी बता रहे हैं। वहीं, कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने भी बिना सोचे समझे नक्सलियों से हमदर्दी जताई। हालांकि, विरोध होने पर अब दोनों अपने बयानों को लेकर लीपापोती करने में लगे हैं। कुछ विपक्षी नेताओं ने इससे पूर्व भी नक्सलियों को शहीद बताकर उनके प्रति हमदर्दी जताई थी। यह तो जगजाहि...
एमपी, राजस्थान, छत्तीसगढ़ की पूरी पट्टी में कांग्रेस जड़ से हो गई साफः डॉ. यादव

एमपी, राजस्थान, छत्तीसगढ़ की पूरी पट्टी में कांग्रेस जड़ से हो गई साफः डॉ. यादव

देश, मध्य प्रदेश
भोपाल (Bhopal)। हम नारा लगाते थे- छत्तीसगढ़िया सबसे बढ़िया (Chhattisgarhiya is the best)...लेकिन छत्तीसगढ़िया को कांग्रेस (Congress) ने खराब कर दिया। भाजपा की सरकार (BJP government) एवं पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह (Former Chief Minister Dr. Raman Singh) ने छत्तीसगढ़ को बढ़िया बनाया था, लेकिन कांग्रेस ने उसका कबाड़ा कर दिया। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ की पूरी पट्टी में कांग्रेस जड़ से साफ हो गयी। कांग्रेसी पता नहीं कौन-कौन सी भाषा बोलते थे। कांग्रेस नेता छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री ऐसे थे कि वो पूरी पार्टी ही खा गये। यह बात मप्र के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शनिवार को छत्तीसगढ़ के कवर्धा में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस 15 महीने में गिर गई तो वहीं छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के नेता कोयला, गोबर, रेत, ईमान के साथ कांग्रेस को भी...
सट्टेबाजी का खेल, अकेले नहीं बघेल

सट्टेबाजी का खेल, अकेले नहीं बघेल

अवर्गीकृत
- मुकुंद चुनावी राज्य छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की नैया पार लगाने का दम-खम दिखाने वाले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सट्टेबाजी के बुने गए जाल में उलझते नजर आ रहे हैं। उनका दामन महादेव सट्टा ऐप की चार सौ बीसी से दागदार हो गया है। इस खेल में वह अकेले नहीं हैं। इस खेल में शामिल कुछ भारतीय अभिनेताओं और अभिनेत्रियों के चेहरे से नकाब पहले ही हटाया जा चुका है। दरअसल यह सट्टेबाजी का ऑनलाइन प्लेटफार्म है। इसका असल नाम महादेव बुक ऐप है। इसके दो प्रमुख कर्ता-धर्ता का नाम सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल है। दोनों इस्पात सिटी भिलाई के रहने वाले हैं। भिलाई को छत्तीसगढ़ में सबसे धनी लोगों का शहर माना जाता है। चंद्राकर और उप्पल अब यहां नहीं रहते। दोनों कभी जूस और टायर बेचते रहे हैं। जुआ की लत क्या लगी, दोनों रातों-रात संयुक्त अरब अमीरात यानी दुबई पहुंच गए। आज वहां महादेव ऐप के रूप में दोनों के नाम का सिक्का चलता है। इस...
धर्मांतरण से उबलता जनजातीय समाज

धर्मांतरण से उबलता जनजातीय समाज

अवर्गीकृत
- प्रवीण गुगनानी छत्तीसगढ़ का बस्तर संभाग विशेषतः नारायणपुर जिला पुनः अस्थिर, अशांत और अनमना सा है। सदा की तरह कारण वही है- धर्मांतरण। वैसे तो समूचा छत्तीसगढ़ ही धर्मांतरण और मसीही आतंक से पीड़ित है। बस्तर संभाग में यह दंश कुछ अधिक है। सदा की तरह कारण स्थानीय जनजातीय समाज की परम्पराओं, मान्यताओं, पूजा परंपरा, देव परंपरा आदि आदि पर हमला। छत्तीसगढ़ के जनजातीय समाज पर सतत हो रहे हमले और उनके धर्मांतरण को लेकर दो छत्तीसगढ़ी लोकोक्तियां ध्यान आती हैं-खाँड़ा गिरै कोंहड़ा माँ, त कोंहड़ा जाय। -- कोंहड़ा गिरै खाँड़ा माँ, त कोंहड़ा जाय। अर्थात कुल्हाड़ी गिरे कुम्हड़े पर गिरे, या, तो कुम्हड़ा कुल्हाड़ी पर गिरे, कटता तो कुम्हड़ा ही है। छत्तीसगढ़ में जनजातीय समाज की स्थिति शत प्रतिशत कुम्हड़े के समान हो गई है और कुल्हाड़ी की भूमिका में है यहां बलात धर्मांतरण कराने वाला मसीही समाज और मसीही समाज की परम सहयोगी बघ...
आरक्षण बन गया अफीम की गोली

आरक्षण बन गया अफीम की गोली

अवर्गीकृत
- डॉ. वेदप्रताप वैदिक भारत में जातीय आरक्षण अफीम की गोली बन चुका है। हर राजनीतिक दल चाहता है कि वह जातीय आधार पर थोक वोट सेंत-मेत में कबाड़ ले। इस समय दो प्रदेशों में जातीय आरक्षण को लेकर काफी दंगल मचा हुआ है। एक है, छत्तीसगढ़ और दूसरा है- उत्तर प्रदेश! पहले में कांग्रेस की सरकार है और दूसरे में भाजपा की सरकार। लेकिन दोनों तुली हुई हैं कि 50 प्रतिशत की संवैधानिक सीमा को तोड़कर आरक्षण को 76 प्रतिशत और अन्य पिछड़ा वर्ग तक बढ़ा दिया जाए। बिहार तथा कुछ अन्य प्रांतों में भी इस तरह के विवादों ने तूल पकड़ लिया है। जहाँ तक छत्तीसगढ़ का सवाल है, उसकी सरकार ने विधानसभा में ऐसे विधेयक को पारित कर दिया है, जो 58 प्रतिशत आरक्षण को बढ़ा कर 76 प्रतिशत कर देता है। आर्थिक दृष्टि से पिछड़ों के लिए सिर्फ 4 प्रतिशत आरक्षण रखा गया है। इस नई प्रस्तावित आरक्षण-व्यवस्था के पीछे न तो कोई ठोस आंकड़े हैं और न ही तर्क हैं।...
छत्तीसगढ़ की दीपावली: एक अलग संसार-एक अलग अनुभूति

छत्तीसगढ़ की दीपावली: एक अलग संसार-एक अलग अनुभूति

अवर्गीकृत
- मुस्कान साहू दीपावली का त्योहार ना केवल भारत बल्कि अन्य एशियाई देशों जैसे मलेशिया और सिंगापुर में भी मनाया जाता है। यह 'बुराई पर अच्छाई की जीत', 'अशुद्धता पर पवित्रता' तथा 'अंधेरे पर प्रकाश की जीत' के इर्द-गिर्द घूमता है। यह सबसे महत्वपूर्ण हिंदू त्योहारों में से एक है। दीपावली का त्योहार ना केवल हिंदू धर्म में बल्कि सनातन से जुड़े सिख, जैन इत्यादि सभी मत-पंथों में मनाया जाता है। सिख धर्म जो कि इस दिन अपने छठे गुरु यानी श्रद्धेय हरगोविंद जी की रिहाई का जश्न मनाते हैं, इसे 'बंदी छोड़ दिवस' के रूप में भी जाना जाता है। वहीं, जैन धर्म में उनके अंतिम तीर्थंकर भगवान महावीर के निर्वाण या मोक्ष प्राप्त करने के अवसर पर इस दिन को दीपावली के रूप में मनाते हैं। वास्तव में दिवाली का त्योहार ना केवल इन सभी मत, पंथ और धर्मों में अलग-अलग रूपों में नामों से मनाया जाता है बल्कि भारत में ही कई राज्य व ज...

छत्तीसगढ़ : भिलाई स्टील प्लांट में बड़ा हादसा, लैडल फटने से लगी भीषण आग, बह गया 20 टन हॉट मैटल

देश
दुर्ग । छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के दुर्ग जिले (Durg District) में स्टील एथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (SAIL) द्वारा संचालित भिलाई स्टील प्लांट (Bhilai Steel Plant) में बड़ा हादसा हो गया है. इस्पात संयंत्र के स्टील मेल्टिंग शॉप (एसएमएस)-3 में लैडल फटा है. एसएमएस-3 का लैडल फटने की वजह की 20 टन हॉट मैटल बह गया है. इसके बाद आसपास भीषण आग लग गई. राहत की बात है कि हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन प्रबंधन को करोड़ों रुपयों के नुकसान की आशंका जताई जा रही है. मिली जानकारी के मुताबिक बीते रविवार को प्यूरीफाई कर हॉट मैटल को कास्टिंग के लिए लेजाया जा रहा था. लेकिन इसी दौरान लैडल फट गया और ये हादसा हो गया. सप्ताह भर के भीतर ये दूसरा बड़ा हादसा है. इसके पूर्व बीते गुरुवार को भी लैडल फटने से 120 टन हॉट मैटल बह गया था. उस वक्त भी भीषण आगजनी में करोड़ों का केबल और कंट्रोल रूम पूरी तरह से जल गया था. लगातार ह...