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रूस-यूक्रेन संघर्ष के एक साल पूरा होने पर जंग और तेज होने के आसार

रूस-यूक्रेन संघर्ष के एक साल पूरा होने पर जंग और तेज होने के आसार

विदेश
कीव (Kyiv)। यूक्रेन-रूस के बीच जारी संघर्ष (Russia-Ukraine conflict) के करीब एक साल पूरा (complete a year) होने से पहले एक बार जंग और तेज होने के आसार (Rust likely to intensify) हैं। उल्लेखनीय है कि पिछले साल 24 फरवरी को रूस ने यूक्रेन पर हमला किया था। रूस ने पूर्वी यूक्रेन के लुहांस्क रीजन में सेना की तैयारियों को बढ़ा दिया है। क्रेमलिन की ओर से बुधवार को कहा गया कि अगर अमेरिका ने यूक्रेन को लंबी दूरी के राकेट दिए तो इससे संघर्ष और भड़क जाएगा। लुहांस्क के गवर्नर सेरही हैदेई ने आरोप लगाया है कि रूसी सेना अपने कब्जे वाले क्षेत्र में स्थानीय निवासियों को उनके घरों से निकाल रही है, जिससे रूसी सेना की गतिविधियों की जानकारी न मिल सके। हैदेई ने कहा कि रूसी सेना की बढ़ती गतिविधियां संकेत दे रही हैं कि वे फरवरी में पूर्वी मोर्चे पर खास तैयारी में हैं। यूक्रेन सेना के जनरल स्टाफ ने बुधवार को...

चीन-ताइवान तनाव के बीच अजरबैजान-अर्मेनिया में छिड़ी जंग, जानिए इसके पीछे की वजह

विदेश
येरेवान/बाकू । चीन और ताइवान (China and Taiwan) के बीच जारी तनाव और जंग के खतरे के बीच दुनिया के दो अन्य देशों में जंग (War) शुरू हो गई है. अजरबैजान और अर्मेनिया (Azerbaijan and Armenia) के बीच एक बार फिर तनातनी शुरू हो गई है. अजरबैजान के रक्षा मंत्रालय (Ministry of Defence) ने दावा किया है कि उन्होंने विवादित क्षेत्र नागोर्नो-काराबाख की कई पहाड़ियों पर कब्जा कर लिया है. अजरबैजान के मुताबिक तनानती की शुरुआत तब हुई, जब अर्मेनिया के सैनिकों ने विवादित क्षेत्र में उनके एक सैनिक को मार दिया. बता दें कि इस इलाके में रूस के शांति सैनिक भी तैनात हैं. अर्मेनिया के रक्षा मंत्रालय ने अजरबैजान के हमले में दो सैनिकों की मौत की पुष्टि की है. लड़ाई में अब तक अर्मेनिया के 19 सैनिक घायल हो गए हैं. इनमें से 4 की हालत गंभीर है. इलाके में तैनात रूस की शांति सेना ने अजरबैजान के सैनिकों के तीन बार संघर्ष विरा...

ताइवान में जंग छिड़ी तो कार और मोबाइल कंपनियों के लिए खड़ी होंगी मुश्किलें

बिज़नेस
नई दिल्‍ली । चीन और ताइवान के बीच दशकों से जारी खींचतान (China Taiwan Crisis 2022) पिछले कुछ दिनों से चरम पर है. अमेरिकी स्पीकर नैन्सी पेलोसी (US Speaker Nancy Pelosi) की हालिया ताइवान यात्रा (Nancy Pelosi Taiwan Visit) ने संकट को एक बार फिर से उभार दिया है. चीन इस यात्रा की खबर सामने आने के बाद से ही लगातार चेतावनी दे रहा था और अब इस बात की आशंका गहरा गई है कि कहीं ताइवान की खाड़ी (Taiwan Straight) में जंग की शुरुआत न हो जाए. इन सब घटनाक्रमों के बीच दुनिया को एक अन्य चिंता सता रही है. पहले ही ऑटो (Auto Industry) से लेकर स्मार्टफोन इंडस्ट्री (Smartphone Industry) तक चिप शॉर्टेज (Chip Shoratge) से परेशान हैं. ताइवान में स्थिति बिगड़ने पर यह संकट और गंभीर हो सकता है क्योंकि यह छोटा देश सेमीकंडक्टर (Semiconductor) के मामले में दुनिया की फैक्ट्री है. ऐसे हुई सेमीकंडक्टर क्रांति की शुरुआत सेम...