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ब्रिटेन और भारत के वाणिज्य मंत्रियों ने एफटीए पर की प्रगति की समीक्षा

ब्रिटेन और भारत के वाणिज्य मंत्रियों ने एफटीए पर की प्रगति की समीक्षा

देश, बिज़नेस
-एफटीए पर छठें दौर की बातचीत के लिए भारत के दौरे पर हैं केमी बडेनोच नई दिल्ली। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल (Commerce and Industry Minister Piyush Goyal) ने ब्रिटेन की अंतरराष्ट्रीय व्यापार सचिव सुश्री केमी बडेनोच (Britain's International Trade Secretary Cammy Badenoch) से मुलाकात की। दोनों देशों के वाणिज्य मंत्रियों ने इस मुलाकात के दौरान भारत और ब्रिटेन (India and Britain) के बीच प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) (Free Trade Agreement (FTA)) की दिशा में हुई प्रगति की समीक्षा की गई। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने मंगलवार को एक बयान जारी कर कहा कि केन्द्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने भारत-यूके के बीच एफटीए वार्ता पर चर्चा करने के लिए ब्रिटेन की अंतरराष्ट्रीय व्यापार सचिव मंत्री सुश्री केमी बडेनोच से मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच भारत-यूके मुक्त व्यापार समझौते के छठे दौ...
ऋषि परंपरा का सुनक संदेश

ऋषि परंपरा का सुनक संदेश

अवर्गीकृत
- डॉ. दिलीप अग्निहोत्री द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद ब्रिटेन सबसे बड़े संकट का सामना कर रहा है। इस संकट की शुरुआत कोरोना महामारी के दौरान हो गई थी। अपनी स्वास्थ्य व्यवस्था पर गर्व करने वाला ब्रिटेन कोरोना के सामने लाचार हो गया था। वहां की सरकार ने तो पूरी तरह समर्पण कर दिया था। उस समय विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आपदा प्रबंधन की विशेष रूप में प्रशंसा की थी। संगठन का कहना था कि ब्रिटेन को भी मोदी योगी मॉडल से प्रेरणा लेनी चाहिए। इसी क्रम में नरेन्द्र मोदी ने आयुर्वेद की दुनिया का ध्यानाकर्षण किया। इसको कोरोना से मुकाबले में सर्वाधिक कारगर माना गया। भारतीय जीवनशैली की चर्चा दुनिया में हुई। पश्चिम की उपभोगवादी सभ्यता संस्कृति इस संकट के सामने टिक नहीं सकी। भारतीय संस्कृति और विरासत के प्रति आकर्षण बढ़ने लगा। इसके क...
ब्रिटेन में भारत का सूरज और अमृत की बूंदें

ब्रिटेन में भारत का सूरज और अमृत की बूंदें

अवर्गीकृत
- मुकुंद 'इतिहास खुद को दोहराता है।' जर्मन दार्शनिक, अर्थशास्त्री, इतिहासकार और राजनीतिक सिद्धांतकार कार्ल्स मार्क्स का यह 'कथन' आज बिलकुल सच हो गया है। कार्ल्स मार्क्स ने कहा था-'इतिहास खुद को दोहराता है। पहले एक त्रासदी की तरह। दूसरा एक मजाक की तरह।' 1947 में अंग्रेजों से भारत की आजादी पर ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री विंस्टल चर्चिल को शायद यह कथन' याद होता तो शायद वह यह टिप्पणी नहीं करते। उन्होंने तीखी टिप्पणी की थी। चर्चिल ने कहा था- 'भारत के नेता कम क्षमता वाले होंगे।' इतिहास का चक्र देखिए। भारत की आजादी के 75वें साल के अमृतकाल में आज चर्चिल के ब्रिटेन की बागड़ोर भारतीय मूल के ऋषि सुनक संभालने जा रहे हैं। चर्चिल यह देखने के लिए तो मौजूद नहीं हैं पर भारतीय इतिहास का सूरज उनकी टिप्पणी को गलत साबित करने का साक्षी बनने को तैयार है। 10 डाउनिंग स्ट्रीट भारतवंशी के स्वागत के लिए पलक-पांवड़े...
आखिर कोहिनूर हीरा कब आएगा भारत

आखिर कोहिनूर हीरा कब आएगा भारत

अवर्गीकृत
- मुकुंद केंद्र सरकार कोहिनूर हीरा को ब्रिटेन से वापस लाने के विकल्पों पर विचार कर रही है। ब्रिटिश महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के निधन के बाद इसे वापस लाने की मांग देश में जोर पकड़ रही है। कोहिनूर हीरा को वापस लाने के सवाल पर हाल ही में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने 2018 में संसद में सरकार के दिए गए पुराने जवाब को दोहराया है। सरकार ने संसद में कहा था कि कोहिनूर को लेकर वह आम जनता और सदन की भावनाओं से अवगत है। समय-समय पर ब्रिटेन की सरकार के साथ कोहिनूर और अन्य ऐतिहासिक वस्तुओं की वापसी का मसला उठाया गया है। भारत सरकार इसके संतोषजनक समाधान की कोशिश करती रहेगी. दरअसल1849 में तत्कालीन ब्रिटिश सरकार ने महाराजा दलीप सिंह से कोहिनूर हीरा ले लिया था। 1937 में पहली बार इसे ब्रिटेन की महारानी के मुकुट में जड़ा गया। माना जा रहा है कि अगले वर्ष 06 मई को ब्रिटेन की क्वीन कंसोर्ट कैमिला की र...

भारत बना दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था, ब्रिटेन को पीछे छोड़ा

देश, बिज़नेस
- सूची में भारत की अर्थव्यवस्था 854.7 अरब डॉलर पर नई दिल्ली। आजादी के अमृतकाल में भारत ने बड़ी उपलब्धि हासिल की है। वैश्विक महामारी को मात देकर भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। खास बात यह है कि ब्रिटेन को पछाड़ कर भारत ने यह उपलब्धि हासिल की है। पिछले 10 वर्षों में 11वें पायदान से यहां तक का सफर भारत ने तय किया है। इस लिहाज से भी यह बेहद शानदार और प्रत्येक भारतीय के लिए गर्व करने वाला क्षण है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के जारी रिपोर्ट के मुताबिक भारत साल 2021 के आखिरी तीन महीने में ब्रिटेन से आगे निकला। सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के आंकड़ों में भी भारत की ये बढ़त वित्त वर्ष 2022-23 में भी जारी है। भारत की अर्थव्यवस्था 854.7 अरब डॉलर रही, जबकि इसी अवधि में ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था 816 अरब डॉलर रही। इस लिहाज से अब भारत से आगे सिर्फ अमेरिका, चीन, जापान और जर्मनी ...