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फिर बिगड़ी राजधानी की आबोहवा, ग्रैप -1 की पाबंदियां लागू

फिर बिगड़ी राजधानी की आबोहवा, ग्रैप -1 की पाबंदियां लागू

दिल्ली, देश
नई दिल्ली। राजधानी की आबोहवा एक बार फिर बिगड़ गई है। बुधवार को दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांंक(एक्यूआई) 217 दर्ज किया। बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए बुधवार को वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में वायु गुणवत्ता में गिरावट को देखते हुए ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रैप) के स्टेज-1 की पाबंदियों को तत्काल प्रभाव से लागू करने का आदेश जारी किया है। सीएक्यूएम ने यह निर्णय सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के अनुपालन में लिया है। सीएक्यूएम की सब-कमेटी ने बुधवार को बैठक कर दिल्ली-एनसीआर के वायु गुणवत्ता परिदृश्य की समीक्षा की। आईएमडी व आईआईटीएम की भविष्यवाणी व दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) के बढ़ते स्तर को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। आज दिल्ली का एक्यूआई 217 रिकॉर्ड किया गया, जो ‘खराब’ श्रेणी में आता है। मौसम विभाग का पूर्वानुमान भी दर्शाता ह...
बारिश के कारण प्रदूषण के स्तर में हुआ सुधार, हटाई गई ग्रैप 4 की पाबंदियां

बारिश के कारण प्रदूषण के स्तर में हुआ सुधार, हटाई गई ग्रैप 4 की पाबंदियां

दिल्ली, देश
नई दिल्ली। बारिश के चलते दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण के स्तर में सुधार हुआ है। गुरुवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 302 दर्ज किया गया। इसके कारण बुधवार को लागू ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (ग्रैप) 4 की पाबंदियां हटा ली गई हैं। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार गुरुवार शाम एक्यूआई 302 दर्ज किया गया, जोकि बेहद खराब श्रेणी में है। साथ ही, अधिकतर इलाकों में हवा बेहद खराब रही। गुरुवार को वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने बैठक कर एनसीआर में ग्रैप-4 की पाबंदियों को हटाने का निर्णय लिया। इससे पहले हवा की गुणवत्ता खराब होने पर बुधवार को ही ग्रैप चार की पाबंदियां लगाने का फैसला किया गया था। इसके साथ ही निर्माण कार्यों पर लगी रोक भी हट गई है। हालांकि ग्रैप तीन की पाबंदियां जारी रहेंगी। ग्रैप-4 की पाबंदियों के तहत दिल्ली के बाहर से आने वाले सभी ट्रकों के प्रवेश पर पाब...
फिर बढ़ रही कोरोना की तेज रफ्तार

फिर बढ़ रही कोरोना की तेज रफ्तार

अवर्गीकृत
- ऋतुपर्ण दवे देश में एक बार फिर कोरोना दस्तक दे चुका है? लेकिन सच यही है कि कोरोना आने के बाद से ही कभी गया ही नहीं? हां, पाबंदियां हटती गईं और दबा संक्रमण धीरे-धीरे पसरता रहा और हम सब बेफिक्र रहे। देश हो या प्रदेश, जिले हों या नगर या गांव हों या पंचायतें लोग इतनी जल्दी उस दर्दनाक मंजर को भूल भी गए जो हफ्ते, महीने दिन नहीं पूरे दो साल तक दुनिया में तबाही मचाता रहा! वो वाकये भी याद नहीं रहे जो जिन्दगी भर का दर्द दे गए? शायद इसी गलती, चूक या लापरवाही का नतीजा है, जो कोरोना की डरावनी रफ्तार फिर उसी अंदाज में बेखौफ बढ़ती जा रही है।कोविड-19 द्वारा लोगों की जान को लीलना कभी थमा नहीं था। हां, कम या बीच में कुछ वक्त ब्रेक लगने का भ्रम जरूर था। अब दिसंबर आखिरी हफ्ते में आई तेजी ने जनवरी 2020 की याद दिला दी। अभी गंभीर संक्रमण या अस्पताल में भर्ती होने के मामले ज्यादा नहीं होने के कारण लोग हल्...