Sunday, May 19"खबर जो असर करे"

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भोपाल दुग्ध संघ ने सांची दूध की कीमतें दो रुपये प्रति लीटर बढ़ाई, नई दरें लागू

भोपाल दुग्ध संघ ने सांची दूध की कीमतें दो रुपये प्रति लीटर बढ़ाई, नई दरें लागू

देश, बिज़नेस, मध्य प्रदेश
भोपाल। भोपाल दुग्ध सहकारी संघ ने नववर्ष से पहले उपभोक्ताओं को महंगाई का बड़ा झटका देते हुए सांची दूध के विभिन्न ब्रांडों की कीमतें दो रुपये प्रति लीटर तक बढ़ा दी हैं। बढ़ी हुई दरें रविवार से लागू हो गईं। इससे राजधानी भोपाल के साथ-साथ सीहोर, विदिशा, बैतूल, रायसेन, हरदा, नर्मदापुरम और राजगढ़ जिलों में उपभोक्ताओं को एक लीटर दूध के लिए दो रुपये ज्यादा चुकाने होंगे। मप्र स्टेट डेयरी को-आपरेटिव फेडरेशन द्वारा शनिवार को विज्ञप्ति जारी कर उक्त जानकारी दी गई। सांची की तरफ से बताया गया है कि नई दरें लागू होने के बाद लोगों को सांची का डायमंड ब्रांड का आधा लीटर का पैकेट 32 रुपये की बजाए 33 रुपये में मिलेगा। यानी एक लीटर दूध के लिए अब 64 के बजाय 66 रुपये चुकाने होंगे। वहीं गोल्ड वेरिएंट दूध का एक लीटर पैकेट 63 रुपये में मिलेगा। वर्तमान में इसकी कीमत 61 रुपये प्रति लीटर है। गौरतलब है कि भोपाल दुग्ध संघ...

दाल की कीमतों पर नियंत्रण के प्रयास, केन्द्र ने उठाया बड़ा कदम

देश, बिज़नेस
नई दिल्‍ली। देश में अरहर दाल (Tur Dal) की बढ़ती कीमतों को देखते हुए केंद्र सरकार सक्रिय हो गई है. सरकार ने सभी राज्‍यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कहा है कि वे अरहर दाल के स्टॉक की निगरानी करें और राज्य के सभी व्यापारियों द्वारा जमा किए गए स्टॉक की जानकारी केंद्र सरकार को दें. यही नहीं, राज्‍यों को मौजूद अरहर स्टॉक के आंकड़े डिपार्टमेंट ऑफ कंज्यूमर अफेयर्स के ऑनलाइन मॉनिटरिंग पोर्टल पर अपडेट करने होंगे। केंद्र सरकार ने सभी राज्‍य सरकारों को आदेश दिया है कि वे अरहल दाल की कीमतों पर काबू पाने के लिए आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 (Essential Commodities Act, 1955) के प्रावधानों को लागू करें. केंद्र सरकार ने त्योहारी सीजन में दालों की कीमतों को बढ़ने से रोकने के लिए बफर स्टॉक में रखी 38 लाख टन दालों को खुले बाजार में जारी करने का फैसला किया है. इस स्टॉक में 3 लाख टन चना भी शामिल है। क्‍यों बढ़ी की...

सावन में घटे चिकन के दाम, अंडे की कीमत में भी आयी भारी गिरावट

बिज़नेस
नई दिल्ली । सावन (Sawan) का महीना चल रहा है. आध्यात्मिक महत्व वाले इस महीने में आमतौर पर लोग नॉनवेज खाद्य पदार्थों से दूरी बनाते हुए नजर आते हैं. ये सच भी है और इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि सावन माह में चिकन (Chicken) की कीमतें 50 फीसदी तक कम हो गई हैं. इसके चलते पोल्ट्री उद्योग (Poultry Industry) को करोड़ों रुपये का नुकसान उठाना पड़ रहा है. छत्तीसगढ़ में करोड़ों का नुकसान देश के अन्य राज्यों की तुलना में छत्तीसगढ़ में इन दिनों Sawanकी वजह से चिकन की कीमतों में सबसे ज्यादा गिरावट देखने को मिल रही है. इस महीने राज्य में करीब 100 करोड़ से ज्यादा का बिजनेस प्रभावित हुआ है. पोल्ट्री बिजनेस को प्रतिवर्ष होने वाले इस नुकसान का आकलन क्षेत्र ही हिसाब से करें तो यह साफ हो जाता है कि सावन में 50 फीसदी कारोबार (Business) ठप हो रहा है. चिकन की बिक्री कम होने से विभिन्न पोल्ट्री फॉर्म ...