Sunday, May 19"खबर जो असर करे"

Tag: Nitish Kumar

नीतीश  कुमार के हैरान करने वाले अशिष्ट बोल

नीतीश कुमार के हैरान करने वाले अशिष्ट बोल

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- ऋतुपर्ण दवे स्त्री शिक्षा के फायदे गिनाते-गिनाते नीतीश कुमार भाषा की मर्यादा इस कदर भूल गए कि याद भी नहीं रहा कि वे लोकतंत्र के मंदिर में बोल रहे हैं? अक्सर माननीयों के बिगड़े बोल सामने आते रहते हैं, लेकिन जिस तरह से नीतीश ने हाथ मटका कर, अजीब भाव भंगिमा के साथ मंगलवार को विधानसभा में जो शब्द बोले वो ज्यों के त्यों लिखे भी नहीं जा सकते। नीतीश ने जिस तरह से सेक्स शिक्षा पर बयान दिया उससे बवाल तय था। सवाल यह भी है कि क्या एक परिपक्व राजनेता को जो देश के प्रधानमंत्री का ख्वाब भी पाले हुए है, इतना भान नहीं था कि वो क्या बोल रहे हैं? कहां बोल रहे हैं? उसके मायने क्या निकलेंगे? माना कि मेडिकल साइंस की भाषा में उन्होंने गलत नहीं कहा लेकिन जिस जगह कहा वह ऐसा स्थान नहीं था जहां उस भाषा में कहा जाना था, जिसका उपयोग उन्होंने किया। जिस समय नीतीश बोल रहे थे उस समय सदन में कई महिला नेत्री भी बैठी ह...
दिल भी मिलें तो बने बात

दिल भी मिलें तो बने बात

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- रमेश सर्राफ धमोरा बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रयास से पटना में 15 विपक्षी दलों के नेताओं की बैठक हो चुकी है। इसमें शामिल नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ एकजुटता दिखाते हुए अगला लोकसभा चुनाव मिलकर लड़ने की बात कही है। बैठक में शामिल कांग्रेस, आम आदमी पार्टी व मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी को राष्ट्रीय स्तर की मान्यता प्राप्त है, जबकि जनता दल (यूनाइटेड), राष्ट्रीय जनता दल, समाजवादी पार्टी, शिवसेना (उद्धव), झारखंड मुक्ति मोर्चा, तृणमूल कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, द्रुमक, भाकपा, नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीडीपी, भाकपा (माले) अपने-अपने प्रदेशों में क्षेत्रीय दलों के रूप में मान्यता प्राप्त हैं। पटना की बैठक में शामिल 15 दलों की देश के 11 प्रदेशों में सरकार है। पिछले नौ साल में पहली बार यह दल एक मंच पर आए हैं। पटना में जुटे 15 दलों के लोकसभा में 142 सदस्य हैं। यह कु...
विपक्षी एकता के निहितार्थ

विपक्षी एकता के निहितार्थ

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- सुरेश हिन्दुस्थानी राजनीति में कब क्या हो जाए कुछ भी विश्वास के साथ नहीं कहा जा सकता। आज से कुछ ही दशक पूर्व जिस प्रकार से विपक्ष के राजनीतिक दल कांग्रेस को सत्ता से हटाने के लिए भरसक प्रयास करते थे, वैसे ही प्रयास आज भी हो रहे है। इस बार के प्रयासों में कांग्रेस और जुड़ गई है। विगत दो लोकसभा के चुनावों के परिणाम स्वरूप देश में जो राजनीतिक हालात बने हैं, उसमें स्वाभाविक रूप से विपक्ष अपनी जमीन को बचाने की कवायद करने की ओर चिंतन और मंथन करने लगा है। इसके लिए विपक्षी एकता के फिर से प्रयास भी होने लगे हैं। एकता के प्रयोग के लिए इस बार बिहार की भूमि को चुना है। इसलिए स्वाभाविक रूप से कहा जा सकता है कि इस प्रयास में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मुखिया की भूमिका में होंगे। हालांकि नीतीश कुमार के बारे में राजनीतिक विश्लेषक यह खुले तौर से स्वीकार करने लगे हैं कि नीतीश कुमार अपनी स्वयं की ...

‘अविश्वसनीय’ नीतीश कुमार का विश्वास मत

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- डॉ. दिलीप अग्निहोत्री बिहार विधानसभा में नीतीश कुमार सरकार ने विश्वास मत हासिल कर लिया। यह पूर्व निर्धारित था। नीतीश कुमार ने समीकरण और संख्याबल का इंतजाम करने के बाद ही पाला बदला था। सत्ता की राजनीति में वह घाटे का सौदा नहीं करते हैं। इसके लिए उन्हें अपनी छवि की चिंता भी नहीं रहती। मुख्यमंत्री की कुर्सी न मिले तो छवि बना कर भी क्या करेंगे। वह मुख्यमंत्री की कुर्सी पर हैं यह सर्वाधिक महत्वपूर्ण है। यह राजनीतिक जीवन का साध्य है। यहां तक पहुंचने और फिर बने रहने में साधन का कोई महत्व नहीं। छवि का क्या है, वह परिवर्तनशील है। कभी सुशासन बाबू तो कभी पलटू राम हैं, क्या फर्क पड़ता है। स्थाई तत्व तो मुख्यमंत्री की कुर्सी है। नीतीश कुमार कुर्सी को साथ रख कर पाला बदलने में माहिर हैं। इसी पोजीशन में वह राजनीतिक रूप में दो विपरीत ध्रुवों की यात्रा बड़ी सहजता से कर लेते हैं। बिहार की राजनीति में भाज...

बिहार : नीतीश कुमार ने 8वीं बार ली मुख्‍यमंत्री पद की शपथ, तेजस्‍वी यादव बने डिप्‍टी सीएम

देश
पटना । बिहार में एक बार फिर महागठबंधन की सरकार बन गई है। नीतीश कुमार ने बुधवार को 8वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। वहीं, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के तेजस्वी यादव ने उप-मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। तेजस्वी ने शपथ के बाद नीतीश कुमार के पैर छुकर आशीर्वाद भी लिया। इससे पहले मंगलवार को नीतीश कुमार ने भाजपा को झटका देते हुए गठबंधन तोड़ने का ऐलान कर दिया था। नीतीश कुमार ने कल ही मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। नीतीश कुमार ने इसके बाद राजद, कांग्रेस और अन्य दलों के समर्थन से सरकार बनाने का दावा राज्यपाल फागू चौहान के सामने पेश किया। नीतीश ने इसके बाद पत्रकारों से कहा कि उनकी पार्टी के सभी सदस्य, विधायक और सांसदों की इच्छा थी कि एनडीए से अलग हो जाया जाए। बहरहाल, बुधवार को राजभवन में शपथग्रहण समारोह में आरजेडी नेता तेजस्वी यादव का परिवार भी पहुंचा। इसमें तेजस्वी की पत्नी के अलावा उनकी मां और ...

नीतीश कुमार आज दोपहर 2.00 बजे आठवीं बार लेंगे मुख्यमंत्री पद की शपथ

देश
पटना। नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के नेतृत्व में महागठबंधन (grand alliance) की नई सरकार (new government) का शपथ ग्रहण समारोह (Oath taking ceremony) बुधवार दोपहर दो बजे राजभवन के राजेन्द्र मंडप में होगा। नीतीश कुमार के आवासीय सूत्रों से प्राप्त जानकारी अनुसार नीतीश कुमार कल यानी बुधवार दोपहर दो बजे आठवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। इससे पहले नीतीश कुमार ने मंगलवार शाम चार बजे के करीब राजभवन में राज्यपाल फागू चौहान को मुख्यमंत्री पद का त्याग पत्र सौंपा। राज्यपाल ने नीतीश कुमार का त्याग पत्र स्वीकार कर उनसे अनुरोध किया है कि अग्रिम व्यवस्था होने तक कार्यवाहक मुख्यमंत्री के रूप में कार्य करते रहें। जानकारी के अनुसार नीतीश कुमार मुख्यमंत्री और तेजस्वी यादव उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। भाजपा से गठबंधन टूटने के बाद नीतीश कुमार आठवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। (एजेंसी, हि.स.)...

बिहार की राजनीति में हलचल तेज, नीतीश कुमार के एनडीए से अलग होने के संकेत!

देश
पटना । बिहार की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। नीतीश कुमार के एनडीए से अलग होने की चर्चा जोरों से चल रही हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी पार्टी जनता दल (यूनाइटेड) के सभी विधायकों और सांसदों की मंगलवार को बैठक भी बुलाई है। इस बैठक में कोई बड़ा फैसला लिया जा सकता है। ऐसे में बिहार की राजनीति के लिए अगले 24 घंटे काफी अहम माने जा रहे हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीते दिन कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से फोन पर बात की थी। अब इन दोनों के बीच क्या बात हुई, इसकी तस्वीर अगले कुछ दिनों में ही साफ हो सकती है। मुख्यमंत्री नीतीश के आवासीय सूत्रों से प्राप्त जानकारी अनुसार नीतीश कुमार ने सोनिया गांधी से लालू यादव को इस बात पर मनाने का आग्रह किया है कि भाजपा से अलग होने की स्थिति में सीएम उन्हें ही बनाया जाए। राजद सूत्रों से प्राप्त जानकारी अनुसार गृह और उपमुख्यमंत्री की कुर्सी सहित कई...

नीति आयोग की अहम बैठक आज, के. चंद्रशेखर राव ने किया बायकॉट, नीतीश कुमार भी नहीं होंगे शामिल

देश
नई दिल्‍ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) की अध्यक्षता में आज नीति आयोग (NITI Aayog) की अहम बैठक (meeting) होने जा रही है. लेकिन तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव (KCR) ने मीटिंग का बहिष्कार कर दिया है. इसके अलावा बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) भी बैठक में शामिल नहीं होने जा रहे हैं. केसीआर ने कई मुद्दों को लेकर बैठक का बायकॉट किया है. उन्होंने कहा, 'मुझे नीति आयोग की 7वीं गवर्निंग काउंसिल की बैठक में हिस्सा लेना जरूरी नहीं लग रहा है. मैं केंद्र सरकार के विरोध के मजबूत स्तंभ के रूप में खुद को बैठक से दूर कर रहा हूं. केंद्र राज्यों के साथ भेदभाव करता है. और भारत को मजबूत और विकसित देश बनाने के सामूहिक प्रयास में भागीदारी नहीं करता'. केसीआर ने बकायदा पत्र लिखकर मीटिंग में न आने की वजह बताई हैं. उन्होंने पत्र में लिखा, 'हमारे देश के समान ...
समर्थन जुटाने बिहार पहुंचे यशवंत सिन्हा का नीतीश ने नहीं उठाया फोन, बोले- राज्य से समर्थन के हकदार

समर्थन जुटाने बिहार पहुंचे यशवंत सिन्हा का नीतीश ने नहीं उठाया फोन, बोले- राज्य से समर्थन के हकदार

देश, राजनीति
पटना । विपक्ष के राष्ट्रपति उम्मीदवार यशवंत सिन्हा (Yashwant Sinha) ने कहा कि बिहार (Bihar) के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) को कई बार फोन किया लेकिन उन्होंने कॉल तक नहीं उठाया। राष्ट्रपति चुनाव में अपने लिए विभिन्न दलों से समर्थन मांगने बिहार पहुंचे यशवंत सिन्हा ने शुक्रवार को पटना में मीडिया से बातचीत में यह बात कही। उन्होंने कहा कि वे बिहार के हैं इसलिए राज्य से समर्थन के हकदार हैं। बिहार को तो उनकी मदद करनी ही चाहिए। राष्ट्रपति चुनाव 2022 के लिए 18 जुलाई को वोटिंग होनी है। विपक्ष के राष्ट्रपति उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने चुनाव के मद्देनजर विपक्षी विधायकों के साथ शुक्रवार को लंबी बैठक की। इसमें उन्होंने सभी से राष्ट्रपति चुनाव में समर्थन मांगा। उनके साथ विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव, तृणमूल सांसद एवं बिहारी बाबू शत्रुघ्न सिन्हा के अलावा सभी विपक्षी पार्टियों के नेता...