Sunday, May 12"खबर जो असर करे"

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हरियाणा ने जीती सीनियर महिला नेशनल हॉकी चैंपियनशिप

खेल
- कप्तान सविता ने कहा- हमें वह परिणाम मिला जो हम चाहते थे नई दिल्ली (New Delhi)। पुणे के मेजर ध्यान चंद हॉकी स्टेडियम (Major Dhyan Chand Hockey Stadium, Pune) में खेले गए 14वीं हॉकी इंडिया सीनियर महिला नेशनल हॉकी चैंपियनशिप 2024 (14th Hockey India Senior Women's National Hockey Championship 2024) के फाइनल में हॉकी हरियाणा (Hockey Haryana) ने हॉकी महाराष्ट्र (Hockey Maharashtra) को 1-1 (3-0 शूट-आउट) हरा दिया। मैच खत्म होने तक दोनों टीमें एक-एक से बराबरी पर रहीं और खेल पेनल्टी शूट-आउट में चला गया। इसके बाद शूट आउट में हॉकी हरियाणा 3-0 से स्कोर कर 14वीं हॉकी इंडिया सीनियर महिला राष्ट्रीय चैंपियनशिप जीत गई। शूट आउट में अपने तीन शानदार बचावों पर हॉकी हरियाणा की कप्तान और भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान और गोलकीपर सविता ने कहा कि निश्चित रूप से दबाव था, खासकर जब आप घरेलू टीम के खिलाफ खेल र...
खेलो इंडिया बाक्सिंग में मप्र ने जीते 13 पदक, हरियाणा ओवरआल चैंपियन बना

खेलो इंडिया बाक्सिंग में मप्र ने जीते 13 पदक, हरियाणा ओवरआल चैंपियन बना

खेल, मध्य प्रदेश
भोपाल (Bhopal)। खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 (Khelo India Youth Games 2022) में मेजबान मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) ने बाक्सिंग में जोरदार प्रदर्शन करते हुए 2 स्वर्ण, 4 रजत एवं 7 कांस्य सहित कुल 13 पदक जीते। मध्यप्रदेश के लिए योगेश्वर दत्त एवं मलिका मोर ने पदक जीते। वहीं हरियाणा ने 8 स्वर्ण, 5 रजत एवं 2 कांस्य सहित कुल 15 पदक जीते। इसी के साथ मप्र ओवरआल चैम्पिनशिप में दूसरे स्थान पर रहा, जबकि हरियाणा ने पहला स्थान हासिल किया। भोपाल के तात्या टोपे नगर स्टेडियम में शनिवार को बाक्सिंग चैम्पियनशिप के मुकाबले खेले गए। बालक वर्ग के 60-63.5 किग्रा भार वर्ग के फाइनल में म.प्र. के योगेश्वर दत्त ने मणिपुर के सी. मोइरैमगथ्म को हराकर स्वर्ण पदक जीता। अरूणाचल प्रदेश के पक्वा ताव एवं उत्तराखंड की भुवनेश्वर ने कांस्य पदक जीते। बालिका वर्ग में एक स्वर्ण मलिका मोर ने म.प्र. को दिलाया। मलिका मोर ने 45- 48 कि...
कैसे करें प्रदूषण को काबू?

कैसे करें प्रदूषण को काबू?

अवर्गीकृत
- डॉ. वेदप्रताप वैदिक दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के सीमांत क्षेत्रों में प्रदूषण इतना बढ़ गया है कि इन प्रांतों ने तरह-तरह के प्रतिबंध और उपायों की घोषणा कर दी है। जैसे बच्चों की पाठशालाएं बंद कर दी हैं, पुरानी कारें सड़कों पर नहीं चलेंगी, बाहरी ट्रक दिल्ली में नहीं घुस पाएंगे, सरकारी कर्मचारी ज्यादातर काम घर से ही करेंगे। लोगों से कहा गया है कि वे मुखपट्टी का इस्तेमाल बढ़ाएं, घर के खिड़की-दरवाजे प्रायः बंद ही रखें और बहुत जरूरी होने पर ही बाहर निकलें। ये सब बातें तो ठीक हैं और मौत का डर ऐसा है कि इन सब निर्देशों का पालन लोग-बाग सहर्ष करेंगे ही लेकिन क्या प्रदूषण की समस्या इससे हल हो जाएगी? ऐसा नहीं है कि खेती सिर्फ भारत में ही होती है और खटारा ट्रक और मोटरें भारत में ही चलती हैं। भारत से ज्यादा ये अमेरिका, यूरोप और चीन में चलती हैं। वहां हमसे ज्यादा प्रदूषण हो सकता है लेकिन वहां...
PKL: हरियाणा ने तमिल थलाइवाज को हराया, तेलुगु टाइटंस ने पटना को दी मात

PKL: हरियाणा ने तमिल थलाइवाज को हराया, तेलुगु टाइटंस ने पटना को दी मात

खेल
बैंगलुरु। प्रो कबड्डी लीग सीजन 9(Pro Kabaddi League 2022-Season 9) के 12वें मैच में हरियाणा स्टीलर्स (Haryana Steelers) ने तमिल थलाइवाज (Tamil Thalaivas) को 27-22 से हराकर अपनी लगातार दूसरी जीत दर्ज की है। दूसरी तरफ थलाइवाज को सीजन की पहली हार मिली है। वहीं आज हुए दूसरे मैच में तेलगु टाइटंस (telugu titans) ने पटना पाइरेट्स (patna pirates) को 30-21 से हराकर अपनी पहली जीत हासिल की है। दूसरी तरफ पटना की यह दूसरी हार है। हरियाणा बनाम तमिल मैच की धीमी शुरुआत रही और दोनों टीमों ने संभलकर खेलना शुरू किया। स्टार रेडर पवन सहरावत की गैरमौजूदगी में थलाइवाज के रेडरों ने निराश किया। दूसरी तरफ हरियाणा ने अपने रेडर मंजीत के दम पर पहले हॉफ में विपक्षी टीम को ऑलआउट करने में सफलता हासिल की। शुरुआती 20 मिनट के बाद स्कोर 15-10 से हरियाणा के पक्ष में रहा। पहले हॉफ में दोनों टीमों ने छह-छह टैकल प्वाइंट्स लिए।...

हरियाणा : हिसार के राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान केंद्र के वैज्ञानिकों ने खोजा टीका, एक साल में हुआ तैयार

देश
हिसार (हरियाणा) । लंपी स्किन बीमारी (lumpy skin disease) से बचाव के लिए लंपी प्रो-वैक आईएनडी (lumpy pro-vac Ind) महज एक से दो रुपये के खर्च में उपलब्ध होगी। यह शत प्रतिशत सुरक्षित वैक्सीन (Vaccine) होगी। महज एक साल में स्वदेशी वैक्सीन तैयार करने वाले हरियाणा (Haryana) के हिसार के दो वैज्ञानिकों डॉ. नवीन कुमार व डॉ. संजय ने यह दावा किया है। हरियाणा के हिसार में राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान केंद्र के वैज्ञानिक डॉ. नवीन कुमार ने बताया कि 2019 में यह बीमारी पहली बार ओडिशा में मिली थी। पहले तीन महीने में इसके विषाणु की पहचान की गई। जिसमें पता लगा कि यह लंपी बीमारी का मुख्य कारण वायरस है, जो पोक्स फैमिली का है। तीन महीने तक इसका क्लीनिकल ट्रायल हुआ। जिसमें सबसे पहले खरगोश पर परीक्षण किया गया। दूसरा परीक्षण मई 2022 में 15 बछड़ों पर किया गया। जिसमें 15 बछड़े पूरी तरह से सुरक्षित रहे। इसके बाद राजस्था...