Saturday, May 18"खबर जो असर करे"

Tag: G-20

G-20: पश्चिम एशिया की चिंताजनक स्थिति पर सदस्य देशों ने 07 बिंदुओं पर जताई सहमति

G-20: पश्चिम एशिया की चिंताजनक स्थिति पर सदस्य देशों ने 07 बिंदुओं पर जताई सहमति

देश
नई दिल्ली (New Delhi)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जी-20 वर्चुअल शिखर वार्ता के समापन संबोधन में कहा कि पश्चिम एशिया की चिंताजनक स्थिति के बारे में सदस्य देशों ने सात बिंदुओं पर अपनी सहमति कायम की है। इसमें आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस और मानवीय त्रासदी को समाप्त करने पर जोर दिया गया है। जी20 में अपनी अध्यक्षता में बुधवार को आयोजित अंतिम प्रमुख कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि यह विश्व संस्था आतंकवाद और हिंसा की निंदा करती है। ताजा घटना क्रम के संबंध में मोदी ने कहा कि मासूम और निर्दोष लोगों विशेषकर महिलाओं और बच्चों की मौत को कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। मोदी ने कहा कि तीसरा बिंदु यह है कि मानवीय सहायता कारगर और सुरक्षित ढंग से पहुंचाई जाए। उन्होंने कहा कि हम अस्थाई संघर्ष विराम और बंधकों की रिहाई के संबंध में हुए समझौते का स्वागत करते हैं। प्रधानमंत्री ने पश्चिम ए...
जी-20 वित्तीय समावेशन की चौथी वैश्विक साझीदारी बैठक मुंबई में संपन्न

जी-20 वित्तीय समावेशन की चौथी वैश्विक साझीदारी बैठक मुंबई में संपन्न

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली (New Delhi)। जी-20 देशों की वित्तीय समावेशन (Financial inclusion of G-20 countries) के लिए वैश्विक साझीदारी (जीपीएफआई) (Global Partnership - GPFI) से संबंधित चौथी बैठक शनिवार को संपन्न हो गई। तीन दिवसीय इस बैठक में प्रतिभागियों ने छोटे तथा मझोले उद्यमों को मजबूत बनाने, उपभोक्ताओं को डिजिटल भुगतान व्यवस्था (Digital payment system) से सशक्त बनाने और उपभोक्ता संरक्षण जैसे मुद्दों पर मुख्य रूप से चर्चा की। वित्त मंत्रालय ने जारी एक बयान में बताया कि जीपीएफआई की मुंबई में आयोजित इस बैठक में डिजिटल भुगतान प्रणाली और इससे छोटे और मध्यम उद्यमों को होने वाले लाभों पर चर्चा की गई। बैठक में जीपीएफआई सदस्यों ने नई जी-20 वित्तीय समावेशन कार्य योजना के तहत सार्वभौमिक वित्तीय समावेशन के विजन की दिशा में काम जारी रखने पर सहमति जताई। जीपीएफआई की तीन दिवसीय चौथी बैठक का आयोजन 14 से 16 सितंबर...
जी-20 की सफलता और भारतीय कूटनीति

जी-20 की सफलता और भारतीय कूटनीति

अवर्गीकृत
- मृत्युंजय दीक्षित राजधानी दिल्ली में जी-20 शिखर सम्मेलन का आयोजन जिस सफलता के साथ संपन्न हुआ है उसकी चर्चा पूरे विश्व में हो रही है। वैश्विक मीडिया जगत इसको भारत की बड़ी कूटनीतिक उपलब्धि बताते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सरकार व उनके नेतृत्व की जमकर सराहना कर रहा है। नई दिल्ली जी-20 सम्मेलन में रूस के राष्ट्रपति पुतिन यूक्रेन संकट के कारण नहीं आ सके, अपना प्रतिनिधित्व करने के लिए उन्होंने रूस के विदेश मंत्री को नामित किया। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग नहीं आये किंतु उन्होंने अपने प्रधानमंत्री को सम्मेलन में भाग लेने के लिए भेजा। सम्मेलन प्रारम्भ होने के पूर्व रूस और चीन के राष्ट्रपति के न आने के कारण का एक बड़ा वर्ग निराशा व्यक्त कर रहा था और कह रहा था कि कहीं इस सम्मेलन में भी कुछ विषयों को लेकर आम सहमति न बन पाये किंतु प्रधानमंत्री मोदी के कुशल आशावादी नेतृत्व ने सभी निराशावादियों के...
भारत में आयोजित जी-20 की दो बड़ी उपलब्धियां

भारत में आयोजित जी-20 की दो बड़ी उपलब्धियां

अवर्गीकृत
- आर.के. सिन्हा अब तक का सबसे भव्य अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन जी-20 शिखर सम्मेलन जो भारत की राजधानी नई दिल्ली में आयोजित हुआ, दो वजहों से याद रखा जाएगा। पहला, जी 20 घोषणा पत्र पर सभी सदस्य देशों की सहमति बन गई। हालांकि, इस मसले पर चीन, कनाडा आदि देशों से विवाद होने की आशंका जताई जा रही थी। दूसरा, अफ्रीका यूनियन को भारत की पहल पर जी-20 में शामिल कर लिया गया जो “जी -20” में भारत की स्थिति को और मजबूत बनाएगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा "हमारी टीम की कड़ी मेहनत से ही नई दिल्ली जी-20 लीडर्स घोषणा पत्र पर आम सहमति बनी है।" अब पाठकों को यह भी जानना जरूरी है कि नई दिल्ली घोषणा पत्र में किन चीजों का जिक्र है I दरअसल इसमें संसार के मजबूत, दीर्घकालीक, संतुलित और समावेशी विकास पर जोर दिया गया है। जी-20 नेताओं ने आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों की निंदा की और माना कि यह अंतरराष्ट्रीय शांति और ...
भारत की अध्यक्षता में जी-20 की सफलता पर अजय बंगा ने की तारीफ

भारत की अध्यक्षता में जी-20 की सफलता पर अजय बंगा ने की तारीफ

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली (New Delhi)। भारत की अध्यक्षता (India's presidency) में 18वें जी-20 शिखर सम्मेलन (G-20 summit) का अयोजन संपन्न हो गया है। भारत की अध्यक्षता की विश्व बैंक के अध्यक्ष अजय बंगा (World Bank President Ajay Banga) ने रविवार को जमकर तारीफ की। अजय बांगा ने कहा कि भारत ने जी-20 की अध्यक्षता में दुनिया के लिए एक नया आयाम तय किया है। उन्होंने इस बात की भी सराहना की कि भारत ने जी-20 शिखर सम्मेलन के पहले दिन नई दिल्ली घोषणापत्र पर सभी देशों की आम सहमति आसानी से बना ली। अजय बंगा ने कहा, ‘दुनिया की 80 फीसद जीडीपी कमरे में बैठी हुई थी। अगर वे किसी विषय पर सहमत नहीं होते, तो इससे अच्छा संदेश नहीं जाएगा। मैं वास्तव में घोषणापत्र पर आम सहमति बनाने में सक्षम होने के लिए भारत, उसके नेतृत्व और जी-20 लीडर्स की सराहना करता हूं।’ विश्व बैंक के अध्यक्ष ने कहा कि हर देश अपना फायदा देखता है लेकिन मैं...
जी-20: भारत की अध्यक्षता से कई समाधान मिले: सीतारमण

जी-20: भारत की अध्यक्षता से कई समाधान मिले: सीतारमण

देश, बिज़नेस
- बैठक में विश्व बैंक की वित्तीय क्षमता को बढ़ाने पर सहमति बनी नई दिल्ली (New Delhi)। जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान ‘नई दिल्ली घोषणापत्र’ को आम सहमति से पारित कर दिया गया है। जी-20 संयुक्त घोषणापत्र मजबूत, टिकाऊ, संतुलित और समावेशी विकास को बढ़ावा देने पर केंद्रित है। भारत की अध्यक्षता में हो रहे शिखर सम्मेलन के लिहाज से इस संयुक्त घोषणापत्र को बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है। राजधानी नई दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन के पहले दिन शनिवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, विदेश मंत्री एस. जयशंकर और भारत के शेरपा अमिताभ कांत ने प्रेस को संबोधित किया। वित्त मंत्री ने कहा डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर को जी-20 वित्तीय समावेशन कार्य योजना में भी एकीकृत किया गया है, जो 2024 और 2026 के बीच चलेगा। प्रेस को संबोधित करते हुए सीतारमण ने कहा कि बैठक में वैश्विक समस्याओं के समाधान पर बात...
विश्व बैंक ने जी-20 दस्तावेज में भारत की प्रगति को सराहा

विश्व बैंक ने जी-20 दस्तावेज में भारत की प्रगति को सराहा

देश, बिज़नेस
-विश्व बैंक ने जन-धन, आधार और मोबाइल तिकड़ी की सराहना की नई दिल्ली (New Delhi)। डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना (डीपीआई) (Digital Public Infrastructure - DPI) का भारत (India) पर परिवर्तनकारी प्रभाव पड़ा है। ये दायरा वित्तीय समावेशन से कहीं आगे है। विश्व बैंक (World Bank) द्वारा तैयार वित्तीय समावेश के लिए जी-20 वैश्विक साझेदारी दस्तावेज (G-20 Global Partnership Document) ने केंद्र सरकार के तहत पिछले दशक में भारत में डीपीआई के परिवर्तनकारी प्रभाव की सराहना की है। वित्त मंत्रालय ने शुक्रवार को जारी बयान में बताया कि विश्व बैंक के दस्तावेज में केंद्र सरकार द्वारा उठाए गए अभूतपूर्व कदमों और डिजिटल पब्लिक इंफ्रॉस्ट्रक्चर परिदृश्य को आकार देने में सरकारी नीति और विनियमन की अहम भूमिका पर चर्चा की गई। भारत के डीपीआई दृष्टिकोण की सराहना करते हुए विश्व बैंक के दस्तावेज में कहा गया है कि भारत ने केवल छ...
इंडिगो ने यात्रियों को जी-20 के दौरान उड़ानें रद्द होने की जानकारी दी

इंडिगो ने यात्रियों को जी-20 के दौरान उड़ानें रद्द होने की जानकारी दी

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली (New Delhi)। इंडिगो ने यात्रियों को जी-20 शिखर सम्मेलन के मद्देनजर राजधानी दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (आईजीआई) पर उड़ानें रद्द होने के बारे में सूचित कर दिया है। एयरलाइन ने बुधवार को यह जानकारी दी है। इंडिगो ने यहां जारी एक बयान में बताया कि नई दिल्ली में आयोजित होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन के मद्देनजर इंडिगो 8 से 11 सितंबर, 2023 के बीच दिल्ली से यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए एक बार की छूट की पेशकश कर रहा है। कंपनी ने कहा कि ग्राहकों को पैसे वापस लेने के साथ ही उड़ानें पुनर्निर्धारित या रद्द करने का विकल्प दिया जा रहा है। एयरलाइन ने जी-20 शिखर सम्मेलन के मद्देनजर यात्रियों को उड़ान रद्द होने और समय-सारणी में बदलाव के बारे में पहले से ही सूचित कर दिया है। हालांकि, इसमें उन उड़ानों की संख्या की जानकारी नहीं दी है, जिनके प्रभावित होने की आशंका है। गौरत...
भारत की जी-20 की अध्यक्षता और समावेशी वैश्विक स्वास्थ्य संरचना की आधारशिला

भारत की जी-20 की अध्यक्षता और समावेशी वैश्विक स्वास्थ्य संरचना की आधारशिला

अवर्गीकृत
- डॉ. मनसुख मंडाविया भारत नई दिल्ली में 18वें जी20 राष्ट्राध्यक्षों और शासनाध्यक्षों के शिखर सम्मेलन की मेजबानी की तैयारी कर रहा है। इस परिदृश्य में हमें यह स्वीकार करना चाहिए कि वास्तव में समावेशी और समग्र सार्वभौमिक स्वास्थ्य संरचना के निर्माण के लिए ग्लोबल साउथ और ग्लोबल नॉर्थ को जोड़ने वाले सेतु की आधारशिला रखी जा चुकी है, जब भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गांधीनगर में आयोजित स्वास्थ्य मंत्रिस्तरीय बैठक में कहा, "हमें अपने नवाचारों का जनकल्याण के लिए उपयोग करना चाहिए। हमें वित्तपोषण के दोहराव से बचना चाहिए। हमें प्रौद्योगिकी की न्यायसंगत उपलब्धता की सुविधा प्रदान करनी चाहिए।” यह देखकर खुशी होती है कि शक्तिशाली अंतरराष्ट्रीय मंच के सदस्यों ने महामारी के वर्षों के दौरान और उसके बाद से अर्जित सामूहिक ज्ञान के आधार पर कार्य करने के लिए एक लंबा सफर तय किया है - वास्तविक स्वतंत्रता ...