Monday, May 20"खबर जो असर करे"

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अस्तित्च के संकट से जूझती कम्यूनिस्ट पार्टियां

अस्तित्च के संकट से जूझती कम्यूनिस्ट पार्टियां

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- डॉ. राजेन्द्र प्रसाद शर्मा देश की कम्यूनिस्ट पार्टियों के सामने अस्तित्व का संकट है। साल 2004 के बाद लोकसभा में वामदलों का प्रतिनिधित्व लगातार कम होता जा रहा है। अब 18 वीं लोकसभा के चुनाव में वामदलों के सामने अस्तित्व बचाए रखने का संकट है। आजादी से पहले और उसके बाद के दौर में एक समय पूरे देश में वामदल काफी प्रभावी थे। सरकार भले कम ही राज्यों में रही हो पर वामदल और उसके अनुशांगिक संगठन चाहे वह स्टूडेंट फेडरेशन हो या मजदूर संगठन या लेखक संघ सभी की अपनी पहचान थी। पर कुछ समय के बदलाव तो कुछ अपने धत्कर्मों की वजह से वामदलों के सामने पहचान का संकट खड़ा हो गया है। प. बंगाल में वामदलों ने तीन दशक से भी अधिक समय तक एकछत्र राज किया। वहीं, त्रिपुरा, केरल में भी वामदलों की सरकार रही है। पर 2019 के लोकसभा के चुनाव आते-आते हालात यह हो गई कि वामदलों के गढ़ प. बंगाल में वामदलों को एक भी सीट नहीं मिल...
हिन्दुत्व में है ‘मानवीय जीवन मूल्यों पर संकट का’ समाधान

हिन्दुत्व में है ‘मानवीय जीवन मूल्यों पर संकट का’ समाधान

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- हृदयनारायण दीक्षित मानवीय जीवन मूल्यों पर संकट है। इतिहास के किसी अन्य कालखण्ड में इस तरह का मानवीय संकट नहीं था। समाचार माध्यम भी जब कब विश्वयुद्ध की आशंका की बातें करते हैं। विचार ही मनुष्य जाति के वाह्य स्वरूप और आंतरिक उदात्त भाव के प्रसारक रहे हैं। विचार भी अपना प्रभाव खो रहे हैं। मानवीय सभ्यता आधुनिक काल का मनुष्य विरोधी प्रेरक तत्व बन गई है। वातावरण में निश्चिन्तता नहीं है। संदेह और अनिश्चितता का वातावरण है। मनुष्य जाति भविष्य के भय से डरी हुई है। धन का प्रभाव और धन का अभाव दोनों ही मारक हैं। मानवता का बड़ा भाग पर्याप्त भोजन से वंचित है। इस वर्ग में सामान्य चिकित्सा और शिक्षा, आश्रय-घर का अभाव है। आधुनिक सभ्यता के प्रभाव में अभावग्रस्त लोगों के सामने संकट है। विज्ञान के जानकार प्रकृति के तमाम रहस्य बता रहे हैं। निसंदेह वैज्ञानिक शोधों ने चिकित्सा के क्षेत्र में क्रांतिकारी उपलब्...
पाकिस्‍तान की हालात श्रीलंका जैसी, अर्थव्यवस्था तहस-नहस, संकट में आयी ये कंपनियां

पाकिस्‍तान की हालात श्रीलंका जैसी, अर्थव्यवस्था तहस-नहस, संकट में आयी ये कंपनियां

विदेश
नई दिल्‍ली । पाकिस्तान (Pakistan Crisis) का हाल बेहाल है. देश की अर्थव्यवस्था (economy) अपने बुरे दौर से गुजर रही है. विदेशी मुद्रा भंडार लगातार गिरता जा रहा है. वहां ठीक वैसे ही हालात नजर आ रहे हैं, जैसे पिछले साल श्रीलंका (Sri Lanka) में दिखाई दिए थे. बदहाल पाकिस्तान में कंपनियों का भी हाल बुरा है और टाटा (Tata), जिंदल (Jindal) समते उन फर्मों पर भी इसका असर पड़ रहा है, जो भारत से संबंधित हैं. ऐसे में बड़ा सवाल इन कंपनियों का आखिर क्या होगा? Pakistan में भी Tata का नाम टाटा (Tata) का नाम भारत में ही नहीं बल्कि पड़ोसी Pakistan में भी गूंजता है. देश में टाटा पाकिस्तान कॉरपोरेट सेक्टर का एक बड़ा नाम है. टेक्सटाइल बिजनेस से जुड़ी ये कंपनी पाकिस्तान में टाटा ब्रांड का परचम लहरा रही है. साल 1991 में टाटा टेक्सटाइल मिल्स लिमिटेड (Tata Textile Mils Limited), मुजफ्फरगढ़-पंजाब में सूती धागे के नि...

अंग्रेजी के बढ़ते प्रभुत्व से संकट में देश का भविष्य..!

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- कृष्णमुरारी त्रिपाठी अटल संयुक्त राष्ट्र संघ ने इस वर्ष ‘ बहुभाषावाद प्रस्ताव’ को पारित करते हुए हिन्दी समेत अन्य भारतीय भाषाओं उर्दू एवं बांग्ला को सहकारी भाषा के रुप में दर्ज कर लिया है। भारत सरकार विश्व स्तर पर यूएन की अन्य छ: आधिकारिक भाषाओं के साथ हिन्दी को भी यूएन की आधिकारिक ( सरकारी) भाषा के रुप में शामिल करने के लिए प्रयासरत दिखती है। लेकिन भारत की राष्ट्रभाषा के तौर पर हिन्दी को स्थापित करने के लिए संसद में प्रस्ताव पारित करने को लेकर इच्छाशक्ति नहीं दिखलाती है। सरकार को प्रायः भाषायी विवादों से डर लगा रहता है। यदि इस पर तत्परता नहीं दिखलाई जाएगी, और हिन्दी के स्थान पर अंग्रेजी के प्रभुत्व को लगातार बढ़ाया जाता रहेगा‌। तो क्या भविष्य में राष्ट्रभाषा के रुप में हिन्दी को स्थापित किया जाना संभव हो सकेगा? और राष्ट्र भाषा के रूप में हिन्दी की संस्थापना का संविधान ंं निर्माताओं का ...

संकट में पाक को याद आया भारत

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- आर.के. सिन्हा पाकिस्तान में बाढ़ से हाहाकार मचा हुआ है। पड़ोसी मुल्क का बड़ा हिस्सा जलमग्न हो गया है। अब तक बड़ी संख्या में लोगों की जान तक जा चुकी है। स्थिति वास्तव में बहुत गंभीर है। बाढ़ग्रस्त इलाकों में लोग दाने-दाने को मोहताज हो गए हैं। स्थिति इतनी खराब हो चुकी है कि पाकिस्तान ने भारत से आलू, टमाटर,प्याज और खाद्य तेलों का आयात करने की इच्छा जताई है। वहां इन तमाम जरूरी चीजों का संकट पैदा हो गया है। पाकिस्तान के पास कोई विकल्प भी तो नहीं बचा है कि वह भारत से खाने-पीने की जरूरी चीजों का आयात न करे। पाकिस्तान के वित्त मंत्री मिफ्ताह इस्माइल ने कहा कि सरकार बाढ़ के बाद देश भर में फसल बर्बाद होने के बाद लोगों की सुविधा के लिए भारत से सब्जियां और अन्य खाद्य पदार्थ आयात करने पर गंभीरता से विचार कर रही है। पाकिस्तान ने अगस्त 2019 में औपचारिक रूप से भारत के साथ अपने व्यापारिक संबंधों को इजर...

झारखंड : सीएम हेमंत सोरेन की कुर्सी पर संकट, लेकिन चुनाव लड़ने पर रोक नहीं

देश
नई दिल्‍ली । झारखंड (Jharkhand) के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Chief Minister Hemant Soren) की कुर्सी पर संकट गहरा गया है. खनन पट्टे के मामले में चुनाव आयोग (election Commission) ने जांच के बाद अपनी रिपोर्ट झारखंड के राज्यपाल (Governor) को भेज दी है. इसमें मुख्यमंत्री हेमंत को विधायक पद के लिए अयोग्य ठहराया है. यानी उनकी विधायकी रद्द करने की सिफारिश की है. अब आगे हेमंत को लेकर राज्यपाल को फैसला लेना है. हालांकि, चुनाव आयोग की सिफारिश में हेमंत के लिए एक राहत भरी बात भी है, जिसके जरिए वो कुछ ही समय बाद फिर से नेता सदन बन सकते हैं. सूत्रों के मुताबिक, निर्वाचन आयोग ने हेमंत सोरेने को लेकर एक दिन पहले झारखंड के राज्यपाल को अपना सुझाव और मशविरा भेजा है. इसमें झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के चुनाव लड़ने पर रोक नहीं लगाई है. लेकिन, चुनाव आयोग ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को विधायक पद के लिए अयो...
श्रीलंका के ऊर्जा मंत्री ने की भारत की तारीफ, कहा- संकट में सिर्फ यह देश ही कर रहा हमारी मदद

श्रीलंका के ऊर्जा मंत्री ने की भारत की तारीफ, कहा- संकट में सिर्फ यह देश ही कर रहा हमारी मदद

विदेश
नई दिल्‍ली । आर्थिक संकट (Economic Crisis) से जूझ रहे श्रीलंका (Sri Lanka) के ऊर्जा मंत्री कंचना विजेसेकारा (Energy Minister Kanchana Wijesekara) ने शनिवार को भारत (India) की तारीफ की. उन्होंने कहा कि अभी तक भारत ही एकमात्र देश है, जिसने इस संकट में श्रीलंका की कई बार मदद की. उनसे जब पूछा गया कि क्या श्रीलंका ईंधन के लिए चीन और भारत जैसे अन्य देशों से मदद मांग रहा है? तो इस पर उन्होंने जवाब दिया कि हमने मित्र देशों से ईंधन की मदद मांगी है, जो भी देश हमारी मदद के लिए आगे आते हैं, हम उनका स्वागत करेंगे. इसके बाद उन्होंने बताया कि संकट के इस समय में केवल भारत सरकार ने ही कई बार श्रीलंका की मदद की है. उन्होंने ईंधन के संकट को लेकर अपने बयान में यूक्रेन, रूस और भारत का तो जिक्र किया लेकिन चीन का नाम नहीं लिया. ईंधन लेने के लिए नहीं जारी किया कोई पास इसके बाद मंत्री कंचना को बताया गया कि मी...