Monday, May 20"खबर जो असर करे"

मध्यप्रदेश में बहने सशक्त होकर सरकार चलाने का भी कर रही हैं काम: शिवराज

-लाड़ली बहना महासम्मेलन में मुख्यमंत्री ने रहटगाँव को नगर परिषद और कॉलेज की दी सौगात

भोपाल (Bhopal)। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने कहा कि मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में बहनों का निरंतर सशक्तिकरण (empowerment of sisters) हो रहा है। जिन लाड़ली लक्ष्मियों को मैंने गोद में खिलाया था, आज वे सरकार चलाने का काम कर रही हैं। आज ऐसी ही एक बेटी भारती हरदा नगर पालिका अध्यक्ष है। राज्य सरकार ने पंचायतों में बहनों के लिए 50 प्रतिशत आरक्षण लागू किया, जिससे आज ग्राम पंचायत से लेकर जिला पंचायत तक मेरी बहनें राज कर रही हैं।

मुख्यमंत्री चौहान बुधवार को हरदा में मुख्यमंत्री लाड़ली बहना महासम्मेलन (Chief Minister Ladli Bahna Mahasammelan) को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने 102 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमि-पूजन किया। साथ ही विभिन्न शासकीय योजनाओं में हितग्राहियों को हितलाभ वितरित किये। उन्होंने कहा कि एकलव्य विद्यालय के लिए स्व. हरिप्रसाद पालीवाल ने अपनी निजी 22 एकड़ जमीन दान की थी। विद्यालय के आवासीय भवन का नाम स्व. पालीवाल के नाम से रखा जायेगा।

उन्होंने कहा कि प्रदेश की गरीब एवं मध्यमवर्गीय परिवार की महिलाओं के लिये मुख्यमंत्री लाड़ली बहना शुरू की गई है। इस योजना से सभी पात्र बहनें लाभान्वित होगी। उन्होंने कहा कि भाई-बहन का स्नेह, आत्मा और प्रेम का संबंध है। बहन-बेटियों का सम्मान और उनका कल्याण मेरी सर्वोच्च प्राथमिकता रही है। मैं अक्सर यह गाना गुनगुनाता रहता हूँ “फूलों का तारों का सबका कहना है, एक हजारों में मेरी बहना है।” बहनों की खुशी मेरी खुशी है। बहनों की जिंदगी खुशहाल हो, यह मेरे मुख्यमंत्री बनने की सार्थकता है। मध्यप्रदेश में भाई-बहन का यह अटूट बंधन विकास भी करेगा और जनता का भविष्य भी बनाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले बेटा-बेटी में भेद किया जाता था। बेटे को वरदान और बेटी को बोझ माना जाता था। मैंने इस अन्याय को समाप्त करने का संकल्प लिया और निरंतर इस दिशा में कार्य किया। मध्यप्रदेश में सबसे पहले लाड़ली लक्ष्मी योजना बनाई गई, जिससे बेटियों को लखपति बनाने का कार्य किया गया। आज प्रदेश में 44 लाख से अधिक लाड़ली लक्ष्मी हैं। जिन बेटियों को मैंने गोद में खिलाया था, आज वे बड़े-बड़े कार्य कर रही हैं। गरीब बेटियों की केवल पढ़ाई-लिखाई की नहीं बल्कि उनके विवाह की जिम्मेवारी भी सरकार उठाती है। मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना में उनका विवाह कराया जाता है।

उन्होंने कहा कि महिला सशक्तिकरण के लिए मध्यप्रदेश के स्थानीय निकायों में बहनों को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया गया। पुलिस की भर्ती में उन्हें 30 प्रतिशत और शिक्षकों की भर्ती में 50 प्रतिशत आरक्षण दिया गया। बहन, बेटियों के नाम से अचल संपत्ति खरीदने पर उनसे सिर्फ एक प्रतिशत स्टांप शुल्क लिया जाता है। अब बहनों के लिए लाड़ली बहना योजना चालू की गई है, जिसमें उन्हें प्रतिमाह 1000 रुपये दिए जाएंगे। पात्र बहनों के खाते में 10 जून से राशि आने लगेगी। यह योजना बहनों को आत्म-निर्भर बनाएगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि एक अप्रैल से प्रदेश में शराब के सभी अहाते बंद कर दिए गए हैं। उन्होंने पुलिस अधीक्षक को निर्देश दिए जिले में अवैध शराब की बिक्री और अवैध रेत का खनन किसी भी हालत में न हो। गुंडे-बदमाशों को ठीक कर दिया जाए। कोई नेता गड़बड़ी करे तो उसे भी मत छोड़ो। प्रदेश में बेटियों के साथ दुराचार बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। प्रदेश में ऐसे दुराचारियों को फाँसी की सजा का प्रावधान किया गया है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में हर व्यक्ति के लिए रोजगार की व्यवस्था की गई है। एक लाख 24 हजार सरकारी पदों पर भर्ती की प्रक्रिया चल रही है। हर माह ढाई लाख व्यक्तियों को रोजगार के लिए ऋण दिया जाता है। अब एक नई योजना, “लर्न एंड अर्न” बनाई गई है, जिसमें पढ़े-लिखे युवा, कौशल सीखने के साथ कमाई भी कर सकेंगे। ऐसे युवाओं को प्रतिमाह 8100 रुपये मानदेय दिया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि गत सरकार ने जनता के कल्याण की बहुत सी योजनाएँ बंद कर दी थी, जिन्हें हमने फिर से चालू किया है। हमारी सरकार में सिंचाई रकबा साढ़े 7 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 45 लाख हेक्टेयर हो गया है। हरदा मध्यप्रदेश का पहला शत-प्रतिशत सिंचित जिला बन गया है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में हर गरीब व्यक्ति को रहने की जमीन के लिए नि-शुल्क प्लॉट दिया जा रहा है। हरदा जिले में आज मुख्यमंत्री आवासीय भू-अधिकार योजना में 1700 पट्टे बाँटे जा रहे हैं। उन्होंने निर्देश दिए कि गाँव-गाँव जाकर चिन्हित हितग्राहियों को पट्टे वितरित किए जाएँ।

उन्होंने कहा कि रहटगाँव को हमारी सरकार ने तहसील बनाया था, अब आबादी की शर्त पूरी होने पर रहटगाँव को नगर परिषद बनाया जायेगा। यहाँ के उप स्वास्थ्य केंद्र का सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में उन्नयन किया जाएगा। टिमरनी के स्वास्थ्य केन्द्र का उन्नयन 50 बिस्तर अस्पताल में किया जाएगा और इसका नया भवन स्वीकृत किया जाएगा। टिमरनी विधानसभा क्षेत्र के ग्राम चंदखाल और भीमपुरा में नया विद्युत सब स्टेशन और रहटगाँव में कॉलेज भी स्वीकृत किया जाएगा।

कार्यक्रम में जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, कृषि मंत्री कमल पटेल, सांसद दुर्गादास उइके, विधायक संजय शाह भी संबोधित किया। सम्मेलन में मुख्यमंत्री को बहनों ने राखी और बाँस शिल्प से निर्मित उनका चित्र भेंट किया। मुख्यमंत्री को जनजातीय परम्परानुसार कोड़ी की जैकेट ओर साफा बांधकर स्वागत किया। प्रारंभ में मुख्यमंत्री ने गाय को पशु आहार खिलाया। कार्यक्रम में जन-प्रतिनिधि, अधिकारी, बहनें और बड़ी संख्या में नागरिक मौजूद थे। (एजेंसी, हि.स.)