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मप्रः नौरादेही अभयारण्य में आपसी संघर्ष में घायल हुए बाघ किशन की मौत

भोपाल (Bhopal)। किंग ऑफ नौरादेही (king of nauradehi) के नाम से प्रसिद्ध नौरादेही अभयारण्य का पहला बाघ (first tiger of Nauradehi Sanctuary) किशन (एन-2) की मौत (Kishan (N-2) died) हो गई। तीन दिन पहले उसकी बाघ एन-3 से हुई लड़ाई में किशन बुरी तरह जख्मी हो गया था। उसके आंख और जबड़े में गहरा घाव था। जख्मी होने के बाद उसका इलाज किया जा रहा था, इस बीच शनिवार को को पेट्रोलिंग टीम को उसका शव जंगल में मिला।

डीएफओ महेंद्र सिंह ने बताया कि किशन की मौत के बाद सभी अधिकारी जंगल पहुंच गए थे। जबलपुर के वेटरनरी कालेज से आई वन चिकित्सकों की टीम ने पोस्टमार्टम किया और इसके बाद जंगल में ही बाघ का दाह संस्कार किया गया। बाघ की मौत की असल वजह पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही सामने आ पाएगी। वैसे प्रथम दृष्टया यह मामला किशन एन 2 एवं एन 3 के बीच हुई लड़ाई का लग रहा है। उन्होंने बताया कि बीते छह साल में यह पहला अवसर है, जब नौरादेही अभयारण्य में बाघों में लड़ाई हुई हो।

पन्ना से आई टीम ने किया बाघ का इलाज
गौरतलब है कि बाघ किशन एन-2 एवं एन 3 के बीच हुए संघर्ष का घटनाक्रम सामने आते ही वन विभाग की टीम ने पन्ना टाइगर रिजर्व से डाक्टर की टीम बुलाया था। पन्ना टाइगर रिजर्व से आए डा. संजय गुप्ता ने टीम हाथी की मदद से एन-2 बाघ किशन को तलाश किया था और इलाज किया था। बाघ किशन के जबड़े और चेहरे पर घाव था। वहीं लड़ाई के बाद से बाघ एन-3 घने जंगल में चला गया था। जो अब तक सामने नहीं आया है। टीमें जंगल में बाघ एन-3 की तलाश कर रही हैं। यदि वह घायल है तो उसका इलाज किया जा सके।

अभयारण्य का पहला बाघ था किशन
नौरादेही अभयारण्य में 2018 में बाघ किशन और बाघिन राधा को शिफ्ट किया गया था। विभाग के अनुसार नौरादेही में किशन की मौत के बाद बाघों की संख्या 14 है। इनमें सभी बाघ युवा हैं। बाघ किशन 12 साल का था। बाघिन राधा 2019 और 2021 में दो बार शावकों को जन्म दे चुकी है। इस समय अभयारण्य के सभी बाघों का मूवमेंट नौरादेही, सिंगपुर और झापन रेंज में बामनेर नदी से रमपुरा घाट, चिकना नाला, कलुआ नाला, छोटा पीपला, विजनी और सिंगपुरी क्षेत्र तक 7 किलोमीटर एरिया में रहता है। बाघ को अपनी टेरिटरी बनाने के लिए एक बड़ा एरिया चाहिए होता है।

इस संबंध में मुख्य वन संरक्षक एके सिंह का कहना है कि किशन का शव जंगल में मिला है। प्रारंभिक जांच में मृतक बाघ किशन और बाहर से आए बाघ एन-3 के बीच टेरिटरी को लेकर कुछ दिन पहले लड़ाई हुई थी। इस लड़ाई में बाघ किशन गंभीर घायल हुआ था। गंभीर घायल होने के कारण किशन की मौत होने की आशंका है।