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अलकायदा की धमकी के बाद पुलिस के तौर-तरीकों की हुई जांच

नई दिल्ली, 14 जुलाई (एजेंसी)। भाजपा से निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा के पैगम्बर मोहम्मद पर दिए गए कथित विवादित बयान के बाद अलकायदा ने भारत के दिल्ली, मुम्बई, उत्तर प्रदेश और गुजरात में आत्मघाती हमले की धमकी दी थी। इसी को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने सतर्कता जांच अभियान का आयोजन किया। इसके तहत 30 डमी आईईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) लगाए गए। इसमें सिर्फ 12 आईईडी को ही खोजने में सफलता मिली।

दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना ने हाल ही में स्पेशल सीपी (स्पेशल सेल) हरगोबिंदर सिंह धालीवाल ने कनॉट प्लेस के पास मीटिंग की थी। इसमें नकली घुसपैठ अभ्यास (मॉकड्रील) की आवश्यकता के बारे में एक प्रस्तुति दी गई थी। पुलिस के अनुसार, 15 डमी आईईडी का पहला बैच 12 जून को दिल्ली के विभिन्न जिलों में लगाया गया था। उनमें से 10 का ही पता चला था। इनमें से दक्षिण-पूर्व और उत्तरी जिले में दो का पता आम लोगों ने लगाया था। तीन का पता दक्षिण, रोहिणी और बाहरी जिलों में मॉल के सुरक्षा गार्डों द्वारा लगाया गया था। पांच का पता उत्तर, पूर्वोत्तर, पूर्व, उत्तर-पश्चिम और बाहरी उत्तर जिलों में स्थानीय पुलिस ने लगाया था।

28 जून को फिर से सभी जिलों में 15 डमी आईईडी का एक और बैच लगाया गया। इस बार सिर्फ दो का पता चल पाया जबकि 13 का पता नहीं चल सका। जिन दो का पता चला था, उन्हें उत्तरी सीमा में लगाया गया था। पुलिस अधिकारी ने बताया, “स्पेशल सेल द्वारा खुले तौर पर आईईडी लगाए गए थे। एक फूलदान में, एक मॉल के कूड़ेदान के पास, पालिका बाजार के गेट के बाहर लगाया था।”

स्पेशल सीपी (स्पेशल सेल) को पुलिस की सतर्कता की जांच करने और सतर्कता सुनिश्चित करने के लिए आईजीआई एयरपोर्ट, रेलवे और मेट्रो स्टेशनों पर इसी तरह का अभियान चलाने के लिए कहा गया है। शुरुआत में स्पेशल सेल ने महीने में दो बार इस तरह का अभियान चलाने का फैसला किया था, लेकिन अब वे इसे हर महीने एक बार आयोजित करने की योजना बना रहे हैं।

डीसीपी (स्पेशल सेल) इंगित प्रताप सिंह ने पिछले महीने जारी एक पत्र में कहा था, “पैगंबर मुहम्मद मुद्दे पर विवाद और हालिया हिंसक विरोध और भारत में अल-कायदा के आत्मघाती हमलों की धमकी को ध्यान में रखते हुए, पुलिसकर्मियों को निर्देश दिया जाना चाहिए कि किसी भी आतंकवादी हमले/योजना को विफल करने के लिए खुफिया जानकारी विकसित करे। स्पेशल सेल के कर्मचारी बेतरतीब ढंग से घुसपैठ करेंगे और स्थानीय पुलिस कर्मचारियों की सतर्कता की जांच के लिए प्रत्येक जिले में अधिक संख्या वाले स्थानों पर डमी आईईडी लगाएंगे।