उन्होंने आरोप लगाया कि भारत की ओर से किए गए इस हमले में 31 निर्दोष नागरिक मारे गए और 57 लोग घायल हुए हैं। उन्होंने भावुक स्वर में बताया कि इस हमले में एक सात वर्षीय बालक इर्तज़ा अब्बास की भी मृत्यु हुई, जिसकी नमाज़-ए-जनाज़ा में उन्होंने खुद शिरकत की।
शरीफ ने चेतावनी देते हुए कहा, “भारत को हमारे निर्दोष नागरिकों के बहाए गए खून के हर एक बूंद का हिसाब देना होगा। पाकिस्तान शांतिप्रिय राष्ट्र है, लेकिन यदि कोई हमारे आत्मसम्मान को ललकारता है, तो उसे करारा जवाब देने की हमारी क्षमता पर संदेह नहीं होना चाहिए।”
उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान की सशस्त्र सेनाएं पूरी तरह सतर्क हैं और किसी भी प्रकार की आक्रामकता का जवाब देने के लिए तैयार हैं। उन्होंने देशवासियों से एकजुट रहने की अपील करते हुए कहा कि “पूरा पाकिस्तान अपने जांबाज सैनिकों के साथ खड़ा है।” (हि.स.)